मुंबई, धनक और कड़वी हवा जैसी फिल्मों के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाले फिल्म निर्माता मनीष मुंद्रा का कहना है कि उनकी यह फिल्में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में सराहना प्राप्त कर चुकी हैं, लेकिन सरकार की ओर से सम्मान मिलना अतुलनीय है। जहां फिल्म धनक को सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म का पुरस्कार मिला, वहीं कड़वी हवा को विशेष उल्लेख मिला है।
दृश्यम फिल्म्स के बैनर तले स्वतंत्र सिनेमा के हिमायती के तौर पर पहचाने जाने वाले मुंद्रा ने एक बयान में कहा, भले ही हमारी सभी फिल्मों का प्रीमियर हुआ है और विभिन्न प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में पुरस्कार जीत चुकी हैं, लेकिन राष्ट्रीय पुरस्कार हमारे लिए सबसे बड़ा सम्मान है।
उन्होंने कहा, एक भारतीय निर्माता होने के नाते मेरे लिए गुणवत्ता वाली सामग्री-आधारित सिनेमा का निर्माण करना और हमारे इन प्रयासों को सरकार द्वारा मान्यता प्रदान करने से अधिक खुशी और कोई नहीं है। नागेश कुकुनूर द्वारा निर्देशित फिल्म धनक की कहानी एक दृष्टिबाधित छोटे लड़के और उसकी बहन के इर्द-गिर्द घूमती है, जबकि कड़वी हवा जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को उठाती है।