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राष्ट्र के विकास में विश्वविद्यालयों की भूमिका अहम: आनंदीबेन पटेल

अयोध्या, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि राष्ट्र के विकास में विश्वविद्यालयों का महत्वपूर्ण योगदान है। उच्च कोटि की शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों को ज्ञानशील बनाने के साथ-साथ उन्हें एक आदर्श नागरिक के रूप में विकसित करना होता है।

डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 26वें दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता करते हुये कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने सोमवार को कहा कि उच्च कोटि की शिक्षा देने के साथ-साथ छात्रों को एक आदर्श नागरिक के रूप में विकसित करना भी विश्वविद्यालय का उद्देश्य होता है। यहां पर उपस्थित बहुत से विद्यार्थी अपनी आजीविका के लिये अपने जीवन के नये चरण में प्रवेश करेंगे।

उन्होंने कहा कि एक वास्तविक शिक्षक वो है जो विद्यार्थियों के स्तर पर आकर उन्हें समझाने का प्रयास करता है और अपने ज्ञान का स्थानान्तरण उनमें करता है। किसी भी देश का विकास उस देश की अपनी भाषा से जुड़ा होता है। नई शिक्षा नीति में मात्र भाषाओं को पर्याप्त बल दिया गया है। विद्यार्थियों को उनकी पसंद का विषय एवं भाषा को सशक्त बनाने में मदद करेगा।

पटेल ने कहा कि ग्रामीण अंचलों तक शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित कराना उत्तर प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य है। विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिये गये दस आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिये वह सभी को शुभकामनाएं देती हैं। विश्वविद्यालय इसी तरह अपने आसपास के क्षेत्रों से सम्बन्ध बनाये रखे तथा उन क्षेत्रों के शैक्षणिक विकास में सर्वदा तत्पर रहे।

उन्होंने कहा कि पर्यावरण दिवस पर विश्वविद्यालय द्वारा वृक्षारोपण, जनांदोलन अभियान आरंभ किया है। प्रकृति को खतरा तभी होता है जब हम उसके साथ छेड़छाड़ करते हैं। जीवनदायी नदियों को स्वच्छ बनाये रखना हम सभी का दायित्व है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का व्यापक असर यह हुआ है कि अब बेटियों की जन दर में उत्साहवर्धक वृद्धि देखी गयी है। शिक्षण संस्थान सभी समाज के ब्रांड एम्बेसडर होते हैं।

इस अवसर पर उन्होने विभिन्न पाठ्यक्रमों में 160 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किये गये। उन्होंने अपने हाथों छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक दिया और कहा कि कक्षा में ज्ञान सृजन के लिए लोकतांत्रिक वातावरण का निर्माण करें। एक सम्यक जीवन जीने के लिये शिक्षा का होना जरूरी है और किसी भी देश का भविष्य उसके नागरिकों के शैक्षणिक जीवन पर निर्भर करता है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविशंकर ने कहा कि विद्यार्थियों को शोध एवं पठन-पाठन की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। विश्वद्यालय को 43 वर्षों बाद नैक मूल्यांकन में बी ग्रेड प्राप्त हुआ है। अब विश्वविद्यालय परिवार ने ए ग्रेड के लिये तैयारी शुरू कर दी है। दीक्षान्त समारोह में वार्षिक स्मारिका एवं वार्षिक प्रतिवेदन का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रयागराज हाईकोर्ट के न्यायाधीश अरविंद कुमार त्रिपाठी रहे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, आईजी अयोध्या मंडल, जिलाधिकारी नितीश कुमार, एस.एस.पी शैलेश कुमार पांडेय, मुख्य अभियन्ता प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. चयन कुमार मिश्र, प्रो. नीलम पाठक सहित बड़ी संख्या में कार्य परिषद, विद्या परिषद सदस्य, छात्र-छात्राये, शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।