राहुल गांधी की नहीं, इंडिया गठबंधन की यात्रा में शामिल होंगे : अखिलेश यादव

लखनऊ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बिहार में वोट अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं। उनके कार्यक्रम में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के शामिल होंने का एलान कांग्रेस की तरफ से किया गया था लेकिन रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ किया कि वे राहुल गांधी की यात्रा में नही बल्कि इंडिया गठबंधन की यात्रा में शामिल होंगे। उनके इस बयान के बाद राजनतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
सपा मुखिया के इस बयान को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि इंडिया गठबंधन राहुल गांधी के साथ खड़ा है। राहुल गांधी गठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं तो इसमें कोई वैसी बात नहीं है। राहुल जी के साथ लेफ्ट से लेकर सारे दल खड़े हैं। उन्होंने कहा कि आज पूरा समाज परेशान है। कल आपने देखा कि राहुल गांधी मखाना किसानों से पानी में घुसकर मिलने गए थे तो ऐसे में पूरा देश परेशान है।
वहीं पूरे मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी शुरू से ही यह बात कहती आई है कि इंडी गठबंधन का ना तो कोई वैचारिक आधार है और ना ही कोई मुद्दा है। महज सत्ता तक पहुंचाने की लालसा से कुछ राजनीतिक दलों का ऐसा गठजोड़ है, जो परस्पर विरोधी एजेंडा को लेकर जनता जनार्दन के बीच आमने-सामने चुनाव लड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में संपन्न हुए भी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस इंडी गठबंधन का नजारा पूरे देश ने देखा। किस तरीके से एक दूसरे पर यह लोग आरोप लगा रहे थे। तो यह गठबंधन न होकर सत्ता के लोभ में एक ठग बंधन है, जो जनता के बीच में पुरी तरह बेनकाब है। सबकी अपनी अपनी डफली अपना राग है। भारतीय जनता पार्टी अखिलेश के बयान को इसी परिपेक्ष्य में देखती है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा 17 अगस्त 2025 को सासाराम (रोहतास) से शुरू हुई है। 16 दिनों की यह यात्रा 1300 किलोमीटर और 23 जिलों को कवर करेगी जो आगामी 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में समाप्त होगी। 24 अगस्त तक यह यात्रा रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया और अररिया से गुजर चुकी है. इसका सीधा सा उद्देश्य मतदाताओं की जागरूकता के बहाने और महागठबंधन की एकता को मजबूत करना है।
दरअसल, कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सड़क से लेकर संसद तक वोट चोरी के आरोप को लेकर भाजपा और चुनाव आयोग को घेरा था। इस दौरान उनके साथ विपक्षी दल भी मौजूद रहे। अपने मुद्दे को लेकर इंडिया गठबंधन के सभी सहयोगी आयोग जा रहे थे लेकिन उनका रास्ता पुलिस ने रोका। इस प्रदर्शन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बढ़चढ़कर भाग लिया और प्रदर्शन के दौरान वह बैरिकेटिंग पर चढ़ गये जो कि सुर्खियों में रहा। उसके बाद अखिलेश लगातार वोट चोरी के मुद्दे पर सोशल मीडिया के माध्यम से आयोग से सवाल जवाब भी कर रहे हैं।