
राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि कुशल युवाओं को उपेक्षा और अन्याय का ही नहीं, बल्कि उन्हें अवसरों और प्रोत्साहन की कमी का सामना भी करना पड़ता है। उन्होंने सवाल किया कि क्या एक ओबीसी युवा इंडियन फैशन का टॉप डिज़ाइनर बन सकता है।
उन्होंने कहा, “मैं आज तक कपड़ा डिज़ाइन के उद्योग में शीर्ष पर किसी ओबीसी से नहीं मिला। ये बताया विक्की ने, एक युवा जिसने अपने हुनर के दम पर इस क्षेत्र में अपना व्यापार बनाया है। उनकी फैक्टरी के कारीगर 12-12 घंटे तपस्या करते हैं, सुई धागे से जादू बुनते हैं – मगर हाल वही, हुनर की कदर नहीं। बाकी उद्योगों की तरह ही कपड़ा और फैशन क्षेत्र में भी बहुजनों के पास न तो प्रतिनिधित्व है, न इसकी शिक्षा तक पहुंच, और न ही नेटवर्क में जगह।”
राहुल गांधी ने कहा, “विक्की जैसे होनहार लोगों से मिलकर मैं उनका काम सीखने की कोशिश करता हूं, ताकि दुनिया को भारतीय युवाओं का असली हुनर दिखे – ये पता चले कि काबिल और मेहनती होते हुए भी ये युवा उपेक्षा और अन्याय के चक्रव्यूह में फंसे अभिमन्यु हैं। मेरी लड़ाई इसी चक्रव्यूह को तोड़ने की है – ताकि हर हुनरमंद को सिस्टम में घुसने का रास्ता मिल सके।”