सेंचुरियन, भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने शनिवार को कहा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 26 दिसंबर से शुरू हो रही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में सभी को योगदान देने की जरूरत है।
द्रविड़ ने पहले टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर शनिवार को वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ हर किसी को योगदान देना चाहिए। यहां बात सिर्फ एक खिलाड़ी के प्रदर्शन करने की नहीं है। हर योगदान महत्वपूर्ण है। चाहे शीर्ष क्रम हो या निचला क्रम, अगर हम प्रतिस्पर्धी बनना चाहते हैं तो सभी को योगदान देना होगा। हम एक या दो लोगों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहे हैं। टीम में मौजूद सभी खिलाड़ियों ने पिछले कई वर्षों में योगदान दिया है। ”
मुख्य कोच ने टीम की तैयारी को लेकर कहा, “ इस हफ्ते हमने एक सकारात्मक प्रशिक्षण सत्र किया। हर कोई बहुत अच्छी स्थिति में है। यह सीरीज जीतने के लिए है। यह घर से दूर हमारी पहली चुनौती है। बड़ी चीजों की योजना में यह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है। हम इसके लिए सर्वश्रेष्ठ काम करने की कोशिश कर रहे हैं। ”
दक्षिण अफ्रीका के अटैक के बारे में पूछे जाने पर द्रविड़ ने कहा कि विपक्ष के पास कुछ सिद्ध प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका को एनरिक नॉर्त्जे की कमी खलेगी। उल्लेखनीय है कि तेज गेंदबाज लगातार चोट के कारण तीन मैचों की श्रृंखला से बाहर हो गए हैं।
द्रविड़ ने कहा कि अब तक खेले गए मैचों की संख्या को देखते हुए भारत के पास अपेक्षाकृत अधिक अनुभवी आक्रमण है। उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि प्लेइंग इलेवन (एकादश) में किसे चुना जाएगा। पर यह संभावना जताई जा रही है कि मोहम्मद सिराज को अनुभवी ईशांत शर्मा और विकेटकीपर ऋषभ पंत को रिद्धिमान साहा के ऊपर चुना जा सकता है।
भारतीय कोच ने कहा, “ दक्षिण अफ्रीका के पास बहुत अच्छा आक्रमण है, लेकिन हमारे पास अधिक अनुभवी है। पर उनके पास भी कुछ सिद्ध प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं। हमें बहुत अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी, ताकि हमारे गेंदबाज 20 विकेट ले सकें इससे हम फाइट बैक कर सकते हैं। अभी हम अपने प्रतिद्वंद्वी को अपनी अंतिम एकादश नहीं बताना चाहते हैं। मैं सिर्फ खिलाड़ियों को आराम और शांत रखने की कोशिश कर रहा हूं। तकनीकों के बारे में कुछ बातचीत हुई है। हर कोई सकारात्मक सोच रहा है। ”
द्रविड़ ने कहा, “ प्लेइंग इलेवन को चुनना कभी भी आसान फैसला नहीं होता है। कभी-कभी हमें कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। हम उन फैसलों को लेने से नहीं डरते। हम टीम के हित में ऐसे निर्णय लेते रहे हैं। भारत ने इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था। बायो बबल और कोरोना जैसी स्थिति में यह हमेशा आसान नहीं होता है। हमने कड़ी मेहनत की है और अच्छी ट्रेनिंग की है। हमारे गेंदबाजों ने कड़ी मेहनत की है। हम तैयार हैं। सभी खिलाड़ियों ने नेट्स में तीव्रता और शांति का परिचय दिया है। यह एक अच्छा मौका है चाहे आप फॉर्म में हों या आउट ऑफ फॉर्म में। उस अवसर को पाने के लिए और प्रदर्शन करने के लिए। खिलाड़ियों को प्रतिद्वंद्वी की घरेलू परिस्थितियों में प्रदर्शन करने की जरूरत है। यकीनन पिच की प्रकृति के साथ यहां एक चुनौती है। हम जिसके अभ्यस्त हैं यह उससे काफी अलग है, लेकिन टीम काफी व्यवस्थित है। ज्यादातर खिलाड़ी यहां पहले भी खेले हैं। हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और अब यह दिखाने का समय है। ”