मुंबई, विख्यात पार्श्व गायक शान का मानना है कि गायिकी पर आधारित प्रतियोगिता कार्यक्रमों से केवल तात्कालिक प्रसिद्धि मिल सकती है, लेकिन इससे दीर्घकालिक सफलता मिलना मुश्किल है। शान इस समय गायिकी पर आधारित एक कार्यक्रम में जज की भूमिका निभा रहे हैं। शान ने बताया, गायिकी पर आधारित रियल्टी कार्यक्रम से संतोष मिल सकता है लेकिन कार्यक्रम से इतर यह सफलता की गारंटी नहीं है। यहां के कुछ प्रतिभागी बड़े बन गये हैं जबकि कुछ इसमें सफल नहीं हुये। मेरा मानना है कि किसी को अपनी लोकप्रियता के बजाय अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। तन्हा दिल के 43 वर्षीय गायक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुप्रशंसित रियल्टी कार्यक्रम द वायस के द वायस इंडिया किड्स रूपांतरण कार्यक्रम के कोचों में से एक हैं। शान के अलावा गायक शेखर रवजिआनी और नीति मोहन भी इस कार्यक्रम में नजर आ रहे हैं। गायक ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान वह बच्चों को सलाह देते समय सतर्क रहते हैं।