मुजफ्फरनगर, कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के पलटने के कारण क्षतिग्रस्त हुए रेलवे ट्रैक को रेलवे की टीम ने दुरुस्त कर दिया। इस दौरान रेलवे अधिकारियों की सांसें थमी रही। खतौली स्टेशन के पास बहुत ही धीमी गति से ट्रेनों को गुजारा जा रहा है। कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के खतौली में दुर्घटनाग्रस्त होने से 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
एक्सप्रेस के 11 डिब्बे पटरी से उतरने से रेलवे ट्रैक भी बुरी तरह से तबाह हो गया। इसमें रेलवे की लापरवाही सामने आने पर अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। रविवार देर शाम ट्रैक से सारे डिब्बे हटाने के बाद रेलवे लाइन को ठीक करने का काम शुरू हुआ, जो आधी रात को पूरा हुआ। इसके बाद रात में ही मालगाड़ी गुजारकर ट्रैक का ट्रायल कराया गया।
रेलवे अधिकारियों ने रात में ही बिजली लाइन को भी दुरुस्त कर दिया। ट्रेन का संचालन करने के लिए रात में ही मेरठ-अंबाला पैसेंजर को गुजार कर मेरठ सिटी स्टेशन के लिए भेजा गया। सोमवार की सुबह मेरठ सिटी स्टेशन से चलने वाली मेरठ-अंबाला पैसेंजर को ही गुजारा गया। यह ट्रैन सुबह करीब पांच बजे खतौली रेलवे स्टेशन से गुजरी।
इस दौरान ट्रैन की स्पीड़ बहुत ही कम रही। पैसेंजर के गुजरने तक रेलने अफसरों की पेशानी पर बल पड़े रहे। ट्रैक को ठीक करने के बाद दूसरी रेलगाड़ियों को भी इस रूट से गुजारा जा रहा है। रेलवे के आला अधिकारी हालात पर पूरी तरह से निगाह रखे हुए हैं।