नई दिल्ली,मनी लॉन्ड्रिंग केस में विजय माल्या को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है. भगोड़े विजय माल्या पर बैंकों का 8000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ आरोप-पत्र जमा करने के लिए लंदन पहुंची थी. यह कदम माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर उठाया गया था. ईडी का यह कदम माल्या के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है.
इससे पहले बैंकों का कर्ज न चुकाने के आरोप में भारत में वांछित भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को बीते 18 अप्रैल को लंदन में गिरफ्तार किया गया था, हालांकि कुछ ही घंटों बाद एक स्थानीय अदालत ने उन्हें जमानत मिल गई थी. लंदन की महानगर पुलिस ने बताया कि 61 वर्षीय माल्या को मध्य लंदन के एक पुलिस थाने ले जाया गया, जहां उन्हें हिरासत में ले लिया गया था. हालांकि वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने माल्या को 650,000 पाउंड के मुचलके पर जमानत दे दी थी. मेट्रोपोलिटन पुलिस ने एक बयान में कहा था कि प्रत्यर्पण विभाग के अधिकारियों ने भारत से प्रत्यर्पण वारंट मिलने के बाद माल्या को हिरासत में लिया था.
अधिकारी ने कहा कि ईडी टीम लंदन में विजय माल्या के खिलाफ क्राउन प्रोसीक्यूशन कार्यालय के समक्ष 5,500 पृष्ठ के आरोप-पत्र व कुछ अन्य दस्तावेज जमा करने के लिए पहुंची थी. क्राउन प्रोसीक्यूशन कार्यालय माल्या के प्रत्यर्पण के मामले को लड़ रहा है. ईडी अधिकारी ने कहा कि आरोप पत्र में इस बात का विवरण है कि कैसे माल्या ने आईडीबीआई बैंक से प्राप्त 900 करोड़ रुपये कर्ज की राशि को भारत के अपने समूह की कंपनियों और कई दूसरे देशों में फर्जी कंपनियों के माध्यम से इस्तेमाल किया.