लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी में चलाई जाने वाली मेट्रो के डिब्बों का निर्माण चेन्नई में शुरू हो गया है। स्टील के ग्रे डिब्बों में लाल रंग की पट्टियों वाले इन कोच में लखनऊ की तहजीब और सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिलेगी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कन्नौज से सांसद उनकी पत्नी डिंपल यादव ने सोमवार को मुख्य सचिव आलोक रंजन और लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) के एमडी कुमार केशव की मौजूदगी में मेट्रो के डिब्बों की डिजाइनिंग से जुड़ी थ्री डी फिल्म देखी।
एमडी कुमार केशव ने बताया कि फ्रांस की कंपनी द्वारा बनाए जा रहे मेट्रो के इन डिब्बों में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसमें यात्रियों की सुविधा के लिए एलईडी और एलसीडी डिस्प्ले पैनल होंगे। केशव के मुताबिक, इनकी खासियत यह है कि ये डिब्बे स्टील के हैं। यहीं नहीं इनके दरवाजे चौड़े और खिड़कियां साउंड प्रूफ होंगी। बेहद आरामदायक सीटों वाले मेट्रो के इन डिब्बों में विकलांग और बुजुर्गों के लिए बैठने की अलग से व्यवस्था की गई है। साथ ही इनमें व्हील चेयर रखने के लिए भी अलग से व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि लखनऊ में ट्रांसपोर्ट नगर स्टेशन से चलने वाली मेट्रो की एक ट्रेन में चार डिब्बे होंगे और इनमें एक बार में 1100 यात्री अपनी मंजिल तक जा सकेंगे। पूरी लाइन बिछ जाने के बाद मेट्रो लखनऊ में 22 स्टेशनों की दूरी तय करेगी। एक दिसंबर, 2016 को इसका ट्रॉयल करने की तैयारी है। इसे ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग रेलवे स्टेशन तक चलाने की तैयारी के साथ एलएमआरसी अपने काम में जुटा है।