लखनऊ, लखनऊ के आस-पास के सभी गांवों तक अगले 100 दिन के भीतर रोडवेज की बसें चलने लगेंगी। राजधानी के आस-पास 810 गांव है मगर इनमें से 532 गांव तक ही बसों का संचालन हो रहा है। बाकी 278 गांव को रोडवेज बसों से जोड़ने की तैयारी है।
रोडवेज के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लखनऊ के आस-पास के सभी गांवों तक अगले 100 दिन के भीतर रोडवेज की बसें चलने लगेंगी। राजधानी के आस-पास 810 गांव है, लेकिन इनमें से 532 गांव तक ही बसों का संचालन हो रहा है। बाकी 278 गांव को रोडवेज बसों से जोड़ने की तैयारी है। इस संबंध में बनाए गए प्रस्ताव पर सोमवार को परिवहन निगम मुख्यालय पर मंथन होगा। जिसकी रिपोर्ट परिवहन मंत्री को सौंपी जाएगी। इसके लिए 70 साधारण बसों की जरुरत पड़ेगी।
क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि लखनऊ से बाराबंकी मार्ग पर चार रूट ऐसे है, जहां बसों की सेवाएं देकर 117 गांव को जोड़ा जा सकता है। इसके अलावा रायबरेली मार्ग के सात रूट ऐसे हैं जहां 161 गांव को जोड़ने की तैयारी है। दोनों क्षेत्रों से जुड़े 278 गांव की रिपोर्ट आरटीओ को सौंप दी गई है। आरटीओ के रिपोर्ट पर यह उम्मीद जताई जा रही है कि जिस गांव की आबादी अधिक होगी वहां पहले ही चरण में बसों का संचालन सौ दिन के अंदर शुरू होगा। गौरतलब है कि सूबे की नई भाजपा सरकार के घोषणा पत्र में प्रदेश के हर गांव को रोडवेज बसों से जोड़ने का वादा किया गया था। इसी के तहत सौ दिन के भीतर प्रदेश भर के सभी गांवों तक बसों की सुविधा पहुंचाने की तैयारी शुरू हो गई है।