लखनऊ। सीतापुर बिसवां से विधायक रामपाल यादव ने होटल और काम्पलेक्स गिराये जाने को कोर्ट की कार्यवाही के खिलाफ बताया। निर्माण गिराए जाने को लेकर विधायक ने कहा कि उनके पास कोर्ट और प्रमुख सचिव के ऑर्डर हैं जिसमें कहा गया है कि निर्माण का नक्शा पास कर दिया जाए और किसी प्रकार का ध्वस्तीकरण न हो। लेकिन इसे भी नजरअंदाज कर कार्रवाई कर दी गयी। इस हरकत के लिए विधायक ने हाईकोर्ट जाने की बात भी कही। विधायक ने कहा कि वे हाईकोर्ट में, लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी सतेंद्र सिंह, सचिव एस सी वर्मा, जिलाधिकारी राज शेखर और एसएसपी राजेश पांडेय को पार्टी बनकर मुकदमा करेंगे।
विधायक ने एलडीए वीसी सतेंद्र सिंह पर बिना नक्शा पास कराए और लैंड यूज को बदलवाए स्कूल चलाने का आरोप लगाया। साथ ही शहर में चल रहे दो मिलेनियम स्कूल का नक्शा न पास होने और लैंड यूज भी चेंज न होने का आरोप लगाया।
रामपाल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के लिए पहले उनके बेटे जितेन्द्र यादव के नाम पर हामी भर दी गई थी लेकिन परिवारवाद के चलते शिवकुमार गुप्ता को पार्टी के कुछ लोग लड़ाना चाहते थे। इसलिए उनका टिकट पक्का कर दिया गया। अंजाम यह हुआ कि समाजवादी पार्टी को मुंह के बल हार झेलनी पड़ी और 19 में से 14 सीटों पर रामपाल गुट की विजय हुई। केवल 5 सीटें उनके खाते में गिरी। दूसरा सीतापुर में कोई ब्राह्मण और मुस्लिम उम्मीदवार पार्टी के पद पर नहीं है। रामपाल ने मांग की थी कि 2017 के चुनावों में इनकी भूमिका अहम है इसलिए इनका कोई प्रतिनिधि आगे किया जाए। यह सब बातें मुख्यमंत्री और परिवार को हजम नहीं हुई और तभी से इस परिवार ने वार शुरू कर दिया।
सपा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि 25 साल पार्टी को देने के बाद अंत में मेरा सब कुछ पार्टी ने मुझसे छीन लिया। सपा के खिलाफ आग उगलते हुए रामपाल ने कहा, ”अब मेरे घर उस दिन दिवाली मनाई जाएगी जिस दिन समाजवादी सरकार गिरेगी।” रामपाल यादव ने सीएम अखिलेश और सपा प्रमुख मुलायम सिंह पर तीखे प्रहार करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। सपा से निष्कासित रामपाल ने अखिलेश यादव को महाभारत का दुर्योधन करार दिया और मुलायम सिंह को धृतराष्ट्र बताया।
रामपाल ने बसपा सरकार से करीबी रिश्ते बनाने की बात का भी खंडन किया और कहा कि जिस पार्टी को मैंने चुना, उसने तो धोखा दे दिया। अब इसमें कभी वापसी नहीं करूंगा, लेकिन भविष्य में जिस भी पार्टी से सम्मान मिलेगा उसके साथ चलूंगा।