लखनऊ,उत्तर प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षा कवच बन कर मिली वूमेन पावर लाइन 1090 लखनऊ में ही कमजोर पड़ रही है। आकंड़ों के अनुसार 1090 पर आने वाली सबसे ज्यादा शिकायतें लखनऊ से ही है और वहीं ज्यादातर लंबित मामलें भी यहीं के है। वूमेन पावर लाइन 1090 कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 15 नवबर वर्ष 2012 से 31 मई वर्ष 2016 तक सिर्फ लखनऊ के महिला वर्ग से जुड़े एक लाख ग्यारह हजार सात सौ अड़सठ शिकायती मामलें 1090 कार्यालय में पहुंचे। इसमें एक लाख दस हजार उन्यासी मामलें सुलझा लिये गये। इसमें अधिकांश मामलें को सुलझाने में दो से तीन माह का वक्त लगा। इसके अलावा अभी भी लगभग एक हजार छः सौ नब्बे मामलें लंबित पड़े है। आंकड़ों की मानें तो 1090 पर मिली शिकायतों में लखनऊ में 102573 मामलें युवतियों व महिलाओं को फोन से परेशान करने के है। वहीं 4149 मामलें पुलिस से जुड़े है, 1212 मामलों में महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार हो गयी रही, 1937 मामलें सोशल साइट पर छेड़छाड़ व अभद्रता करने के है। इसके अलावा सार्वजनिक जगह पर छेड़छाड़, टिप्पणी व अन्य तरह के दो सौ आठ मामलें है। वहीं लखनऊ शहर में महिलाओं से जुड़ी एनजीओ के अनुसार आयेदिन महिलाओं के साथ उत्पीडन हो रहे है। जिसके कई प्रकार है। ज्यादातर मामलें कालेज में पढने जाने वाली किशोरियों व युवतियों के संग होते है। इसमें छींटाकशी, अभद्रता और छेडखानी तो आम बात है। इसको लेकर एनजीओ की ओर से कई बार महिला आयोग में शिकायती पत्र दिया गया है।