लखनऊ में वाहन चेकिंग के दौरान पकड़ा गया फर्जी आईएएस, 6 वाहन बरामद

लखनऊ, लखनऊ के वजीरगंज थानान्तर्गत कारगिल पार्क के पास बुधवार को चलाये जा रहे वाहन चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी को पकड़ा है। पकड़े गए फर्जी आईएएस अधिकारी के पाश से पुलिस ने 6 वाहन के अलावा काले रंग के कार्ड होल्डर मे रखे आठ अदद विभिन्न बैक आदि से सम्बन्धित कार्ड सहित भारी संख्या में कूटरचित दस्तावेज बरामद किए हैं।

वजीरगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आज वजीरगंज पुलिस टीम द्वारा कारगिल पार्क के निकट चेकिंग की जा रही थी। चेकिंग के दौरान एक वाहन नं. यूपी 16 डीपी 2828 को रोका गया तो वाहन के पीछे सीट पर बैठे व्यक्ति द्वारा गाडी के शीशा को डाउन कर रोब दिखाते हुए वताया गया कि मैं आईएएस अधिकारी हूँ। साथ ही व्यक्ति द्वारा अपना पहचान पत्र व विजिटिंग कार्ड भी दिखाया गया। बातचीत के दौरान पुलिस ने गाडी में झांककर देखा गया तो पाया कि गाडी के अन्दर दो अदद लाल नीली बत्ती लाईट रखी है। जिस पर संदेह होने पर पुलिस ने पूछताछ की तो उक्त व्यक्ति ने सशंकित होकर अपनी सफाई देने लगा। संदिग्धता परिलक्षित होने पर गहनता से पूछताछ करने पर व्यक्ति देश/प्रदेश के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारीगण का नाम गिनाते हुए देख लेने की धमकी देते हुए इधर-उधर झांकने लगा।

गहनता से पूछताछ करते हुए वाहन पर सवार व्यक्ति से उसका नाम पता पूछते हुए जामा तलाशी ली गयी तो वाहन के पीछे सीट पर बैठे व्यक्ति द्वारा अपना नाम सौरभ त्रिपाठी पुत्र डा विनोद कुमार तिवारी बताया। सौरभ ने अपना पता निवासी ए-101- गरिमा विहार सेक्टर 35 नोएडा थाना सेक्टर 24 गौतमबुद्ध नगर, वर्तमान पता बी-1-1301 बिलगेडियर कोट-1 शालीमार वन वर्ड गोमती नगर विस्तार मूल निवासी नियर फातिमा अस्पताल इमलिया मऊ बीटीसी स्कूल के सामने थाना सराय लखन्सी जनपद मऊ बताया।

उक्त व्यक्ति के पास से बरामद वाहनो पर लगे हुए वाहन पास के बारे में सम्बन्धित विभाग से जरिये दूरभाष जानकारी की गयी तो सभी पास फर्जी एवं कूटरचित पाये गये। जो उक्त व्यक्ति द्वारा स्वतः तैयार किये थे तथा कूटरचित स्वीकार किया जाना बताया गया। उक्त व्यक्ति से बरामद गाडियो के प्रपत्र मांगने पर नही दिखा सका। इतना ही नही उक्त व्यक्ति के आधार कार्ड एवं ड्राइविंग लाइसेंस व पूछताछ के दौरान बताये गये नाम पता में भिन्नता पायी गयी, जो सही प्रतीत नहीं हुई। उक्त व्यक्ति से जब उसके पास मौजूद सामान एवं उसके संबंध में की गयी पता चला कि कि यह व्यक्ति कोई आईएएस आफिसर नही बल्कि फर्जी व्यक्ति है। जो कि कूटरचित सचिवालय पास कूटरचित आईएएस का परिचय पत्र तथा विजिटिंग कार्ड एवं एनआईसी की फर्जी मेल आईडी बनाकर उसका प्रयोग कर भिन्न भिन्न प्रदेशो के विभिन्न जिलो में अनुचित आर्थिक लाभ, आदि प्राप्त किया गया है।

गहनता से पूछताछ के दौरान उसने बताया कि मेरे पास कुछ अन्य गाड़ियां भी है। जिनमें लाल नीली बत्ती व फर्जी कूटरचित पास तथा उत्तर प्रदेश शासन एवं भारत सरकार आदि लिखा है। गाडियो के बारे में पूछने पर बताया कि गाड़ियां गोमती नगर विस्तार लखनऊ स्थित मेरे आवास पर खड़ी है। अभियुक्त सौरभ त्रिपाठी की निशादेही पर पाँच अन्य चारपहिया वाहन क्रमशः वाहन सं0 यूपी 32 पीएक्स 9928 इन्नोवा क्रिस्टा बारंग सफेद पर लाल नीली बत्ती तथा संयुक्त सचिव भारत सरकार की कूटरचित नम्बर प्लेट लगी है। इसी तरह वाहन सं बीआर 01 एफजी 0028 रेंज रोवर डिफेन्डर बारंग सफेद जिस पर सचिवालय पास लगा मिला। वाहन सं यूपी 32 क्यूटी 5060 इन्नोवा क्रिस्टा बारंग सफेद जिस पर उत्तर प्रदेश शासन लिखा है। वाहन सं यूपी 32 पीके 2800 मर्सिडिज बेन्ज सी 220 डी बारंग सिल्वर जिस पर सचिवालय पास लगा है। वाहन सं यूपी 32 पीएच 0065 इन्नोवा क्रिस्टा बारंग सफेद जिस पर उत्तर प्रदेश शासन लिखा हुआ मिला। उक्त वाहनो पर लगे हुए वाहन पास के बारे में पुलिस ने जब सम्बन्धित विभाग से जरिये दूरभाष जानकारी की गयी तो सभी पास फर्जी एवं कूटरचित पाये गये। जिसके बाद पुलिस ने फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है।

Related Articles

Back to top button