लखनऊ, लखनऊ में मेट्रो के विस्तार की फाइल रुकी हुई है। लखनऊ मेट्रो रेल कॉपोरेशन (एलएमआरसी) के अधिकारी विस्तार फाइल को आगे बढ़ाने के लिए कमिश्नर के साथ बैठक ही नहीं करा पा रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि एलएमआरसी के अधिकारी खुद ही कमिश्नर से टाइम नहीं ले रहे हैं, जबकि नए कमिश्नर भुवनेश कुमार काफी सुलभ हैं। आसानी से मिलते हैं। उनसे भी एलएमआरसी के अधिकारियों ने संपर्क नहीं किया। वहीं बिना कमिश्नर की मंजूरी के मेट्रो के विस्तार की फाइल आगे नहीं बढ़ेगी। लखनऊ मेट्रो के निदेशक दलजीत सिंह ने दस दिन पहले बताया था कि जल्दी ही बैठक हो जाएगी पर अभी तक बैठक नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि डीएमआरसी ने एलएमआरसी को पूरी सर्वे रिपोर्ट दे दी है। अभी फोकस नार्थ साउथ कॉरिडोर के कामों पर है।
गौरतलब है कि एलएमआरसी ने दो वर्ष पहले ही मेट्रो को पूरे शहर में विस्तार देने का प्रस्ताव तैयार किया था। नए रूट के सर्वे व प्रस्ताव बनाने की जिम्मेदारी एलएमआरसी ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोरेशन (डीएमआरसी) को दी थी। डीएमआरसी ने आठ महीने पहले पूरी रिपोर्ट एलएमआरसी को सौंप दी थी। डीएमआरसी की रिपोर्ट आने के बाद नए रूटों को फाइनल करने के लिए मुख्य सचिव के यहां बैठक हुई थी। इसमें सभी विभागों के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में तय हुआ था कि एलएमआरसी कमिश्नर के साथ बैठक कर प्रस्तावित रूटों का दोबारा परीक्षण करा लें। कमिश्नर की संस्तुति के साथ नए रूटों के प्रस्ताव शासन को भेजें लेकिन आठ महीने का वक्त गुजर गया एलएमआरसी के अधिकारी अब तक कमिश्नर के साथ बैठक ही नहीं कर सके, जिससे फाइल दबी पड़ी है।