लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी समेत 14 के खिलाफ सीबीआई अदालत ने आरोप किये तय

नई दिल्ली,  पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुश्किलें सोमवार को उस समय बढ़ गईं जब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने आईआरसीटीसी होटल टेंडर घोटाला मामले में उनके और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी प्रसाद यादव समेत सभी 14 आरोपियों के खिलाफ औपचारिक रूप से आरोप तय कर दिए।

राउज़ एवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश (पीए एक्ट) विशाल गोगने ने आज मामले की सुनवाई की। इसमें बिहार के पूर्व रेल मंत्री पर भ्रष्टाचार, आपराधिक षड्यंत्र और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। उनकी पत्नी राबड़ी देवी और पुत्र तेजस्वी यादव पर भी षड्यंत्र और धोखाधड़ी सहित कई आरोप तय हुये हैं।

अदालत ने कहा कि 27 अक्टूबर से 7 नवंबर तक दिन-प्रतिदिन के आधार पर इस मामले में अभियोजन पक्ष के साक्ष्य दर्ज किए जाएंगे। सीबीआई ने 5 जुलाई 2017 को लालू यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का आरोप है कि 2004 से 2009 तक रेल मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में श्री यादव और उनके परिजनों ने एक निजी फर्म को अनुचित लाभ पहुंचाया। आरोपियों में आईआरसीटीसी के पूर्व अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं।

आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने रांची और पुरी स्थित दो रेलवे होटलों (बीएनआर होटलों) को लीज पर देने का ठेका, मेसर्स सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड (एसएचपीएल) के विजय कोचर और विनय कोचर को देने के लिए आपराधिक साजिश रची थी। सीबीआई के अनुसार, लालू यादव ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए और आईआरसीटीसी अधिकारियों की मिलीभगत से कोचर बंधुओं को अनुचित लाभ पहुंचाया।

इस ‘षड्यंत्र’ के तहत, कोचर बंधुओं ने पटना में एक प्राइम लोकेशन की जमीन श्री लालू यादव के करीबी सहयोगी और आरजेडी के राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता की कंपनी को बेच दी। बाद में, यह कंपनी (डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड-डीएमसीपीएल, जो अब एलएआरए प्रोजेक्ट्स एलएलपी है) और इसके साथ वह प्राइम लैंड, लालू प्रसाद यादव के परिवार (राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव) के पास बेहद कम कीमत पर हस्तांतरित हो गई। सीबीआई ने कहा कि प्रेम चंद गुप्ता ने यह संपत्ति लालू यादव और उनके परिवार के अंतिम लाभ के लिए रखी थी।

जांच पूरी होने के बाद, सीबीआई ने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी प्रसाद यादव, प्रेम चंद गुप्ता और 10 अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। आज आरोप तय होने के साथ ही, कोर्ट ने अब इस मामले में अभियोजन पक्ष के गवाहों के बयानों की रिकॉर्डिंग शुरू करने की तारीखें भी तय कर दी हैं।

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