सहारनपुर, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने स्पष्ट कर दिया कि उनका संगठन लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी एवं दल विशेष के उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेगा।
टिकैट ने सोमवार को यहां गंगोह कस्बे में संवाददाताओं से कहा कि किसान अपने नफे.नुकसान का ध्यान रखते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए स्वतंत्रत हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों को दावा करने वाले दल वास्तव में किसान समर्थक नहीं है । वे किसानों के समर्थक होने का दावा और दिखावा करते है और सत्ता में आने पर किसानों को भूल जाते हैंए इसलिए संगठन ने इस बार किसी भी दल का समर्थन नहीं करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि किसानों को फसलों का उचित दाम नहीं मिलने के कारण सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ रहा है । इसके बदले में उन्हें पुलिस की लाठियां ही खानी पड़ती है। उन्होंने किसानों से कहा कि वे अपने मर्जी के मालिक हैंए वह जिसे चाहे समर्थन करें और वोट दें।
भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि यूनियन हमेशा से ही किसानों के हितों की रक्षा के लिए संघर्षरत रही है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा किसानों के खातों में भेजी गई रकम एवं पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि इसका लाभ कुछ ही किसानों को मिल रहा है। मैं इस योजना का समर्थन नहीं करता हूं। इसके बजाए सरकार को बीजए खादए बिजली और बिलों पर छूट देनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भाकियू के दबाव में कई किसान हित के फैसले लिए हैं जैसे नलकूपों के नए कनेक्शन देनाए गांवों और किसानों को पर्याप्त मात्रा में बिजली आपूर्ति करना आदि प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई लेकिन कुछ बढ़ोतरी जरूर हुई।
गौरतलब है कि 1991 के चुनाव में भाकियू प्रमुख स्व0 चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने अपरोक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिया था। इसका लाभ भी भाजपा को मुजफ्फरनगर की लोकसभा समेत कई विधानसभा सीटों पर उम्मीद से ज्यादा सफलता मिली थी।