पटना, बिहार में राजग के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे की घोषणा के कुछ घंटे के अंदर ही राजद नेता तेजस्वी यादव ने विपक्षी गठबंधन के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि 2019 के आम चुनावों में राज्य में भाजपा नीत गठबंधन अपना खाता भी नहीं खोल पाएगा। यादव के साथ रालोसपा के नेता उपेन्द्र कुशवाहा, हम के नेता संतोष मांझी और कांग्रेस नेता नरेन्द्र कुमार ने भी राजग पर जोरदार प्रहार किया।
विपक्षी गठबंधन में मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के शामिल होने के अवसर पर उन्होंने ये बातें कहीं।
उन्होंने राजग पर प्रहार किया और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘‘अवसरवादी’’ बताया लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारे पर चुप्पी साधे रखी। राजग में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया गया जिसके मुताबिक भाजपा और जद यू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे जबकि लोजपा छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने नयी दिल्ली में सीट बंटवारे की घोषणा की जिस दौरान जद यू अध्यक्ष नीतीश कुमार और लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी मौजूद रहे।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘बिहार में एक और दल मुकेश साहनी की वीआईपी महागठबंधन में शामिल हो रहा है। यह दिखाता है कि महागठबंधन की ताकत बढ़ रही है। भाजपा नीत राजग लोकसभा चुनावों में यहां अपना खाता भी नहीं खोल पाएगा। यह पूछने पर कि महागठबंधन सीट बंटवारे की घोषणा कब करेगा तो यादव ने कहा, ‘‘हम साथ बैठेंगे और मुद्दे पर आराम से निर्णय करेंगे कि कौन पार्टी कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी।’’ यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री को ‘‘सर्वाधिक अवसरवादी व्यक्ति’’ बताया जिन्होंने राजग से हाथ मिला लिया। इससे पहले यादव ने ट्वीट किया था कि बिहार में पिछले दरवाजे से सत्ता हासिल करने और 22 वर्तमान सांसद होने के बावजूद पार्टी कुमार को बराबर सीट देने पर राजी हो गई जिनके पास केवल दो सीटें थीं।
राजद नेता ने कहा कि अब आप राजग की मजबूरियों को समझ सकते हैं। राजग के साथ 17 वर्षों का गठबंधन खत्म करते हुए जदयू 2014 के लोकसभा चुनावों में अकेले लड़ी थी। खराब प्रदर्शन के बाद इसने राजद के साथ ‘महागठबंधन’ किया था और 2015 के विधानसभा चुनावों में गठबंधन को अच्छी जीत हासिल हुई थी। कुशवाहा ने कहा कि राजग 2019 के लोकसभा चुनावों में बिहार में खाता भी नहीं खोल पाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग महागठबंधन में शामिल हो रहे हैं वे लोगों के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकारों की नब्ज पहचानते हैं। इस अवसर पर वीआईपी के साहनी ने कहा, ‘‘मैं राजनीति में नया हूं लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि राजग 2019 के लोकसभा चुनावों में दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाएगा और अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। बॉलिवुड के पूर्व सेट डिजाइनर साहनी ने अपना राजनीतिक दल वीआईपी नवम्बर में शुरू किया था और बताया जाता है कि उनकी जाति मल्लाहों के बीच पार्टी का खासा प्रभाव है।