नयी दिल्ली, सदन की कार्य मंत्रणा समिति ने ईद-ए-मिलाद-उन नबी के अवसर पर आगामी मंगलवार को घोषित 13 दिसंबर के अवकाश के अलावा लोकसभा में आगामी 12 दिसंबर को भी अवकाश का फैसला किया है। इस सप्ताहांत से सदन में चार दिन का अवकाश होगा।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के चैंबर में हुई बीएसी की बैठक में सभी बड़े दलों के नेताओं ने सोमवार को अवकाश घोषित करने का मुद्दा उठाया। उनका कहना था कि कुछ दक्षिणी राज्यों में पैगंबर मोहम्मद की जयंती सोमवार को मनाई जाएगी।
कांग्रेस, भाजपा, राकांपा, तृणमूल कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं की मांग पर 12 दिसंबर को भी सर्वसम्मति से अवकाश का फैसला किया गया।
बीएसी ने 2016-17 के लिए बजट :सामान्य: के संबंध में अनुदान की दूसरी अनुपूरक मांगों पर और 2013-14 के लिए बजट :सामान्य: के संबंध में अतिरिक्त अनुदानों की मांगों पर चर्चा और मतदान के लिए चार घंटे आवंटित करने का फैसला किया है।
समिति ने निशक्त जन अधिकार विधेयक, 2014 के राज्यसभा से पारित होने पर इस पर चर्चा और उसे पारित करने के लिए तीन घ्ांटे आवंटित करने का भी फैसला किया।
इससे पहले आज लोकसभा में विपक्ष ने मांग की थी कि 13 दिसंबर मंगलवार को पैगंबर मोहम्मद की जयंती पर घोषित अवकाश से पहले 12 दिसंबर को भी सदन की छुट्टी घोषित की जाए ताकि सदस्यों को शनिवार, रविवार समेत चार दिन का अवकाश मिल जाए और मिलाद उन-नबी अच्छे से मनाया जा सके।
दोपहर 12 बजे सदन की बैठक शुरू होने पर तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के सामने मांग उठाई कि 13 दिसंबर को अवकाश घोषित है और उससे पहले 12 दिसंबर को भी मिलाद उन-नबी की छुट्टी घोषित की जाए।
सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने भी इस मांग का समर्थन किया।