प्रयागराज, दो दिवसीय परीक्षा और नार्मलाइजेशन (मानकीकरण) विरोध में लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के सामने आंदोलनरत छात्रों और पुलिस के बीच सुबह बवाल हुआ।
पुलिस उपायुकत (नगर) अभिषेक भारती ने लोक सेवा आयोग के सामने छात्र/छात्राओं को हिरासत में लेने की खबर को भ्रामक बताया। उन्होंने बताया कि प्रतियोगी छात्र शांतिपूर्वक धरना पर बैठे हुए हैं। उनके बीच कुछ अराजकतत्व और उपद्रवी घुसे और शासन, प्रशासन और छात्रों से संवाद को रोकने और उनको भडकाने का कार्य कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि किसी भी छात्र और छात्रा को हिरासत में नहीं लिया गया है। यह भ्रामक खबर लोगों में फैलाई जा रही है। मौके पर महिला फोर्स मौजूद है। उन्होंने कहा कि जो भी अराजक तत्व छात्रों के बीच आकर उनको बरगलाने का कार्य कर रहे हैं उनके खिलाफ पुलिस लगातार विधिक कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि छात्रों से शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने और अवरोध किए गए मार्ग को खोलने का अनुरोध किया गया है।
छात्रों का आरोप है कि गुरूवार की सुबह पुलिस सिविल ड्रेस में पहुंची और छात्रों के साथ मारपीट करने लगी। उनका आरोप है कि पुलिस उन्हें धरना प्रदर्शन करने से रोक रही थी। कुछ छात्रों को उठा कर वाहन में भी ले जाया गया।
प्रतियोगी छात्र संदीप कुमार ने बताया कि सिविल ड्रेस में पुलिस हमारे साथ मारपीट किया और कपड़े फाड दिया। उनका कहना है कि सुबह धरना स्थल पर कम छात्र रहते हैं उसी समय सिविल ड्रेस में पहुंच कर पुलिस वाले भगाने लगे।
अन्य प्रतियोगी छात्र आकाश तिवारी का कहना है कि अब आंदोलन आयोग बनाम छात्र नहीं रहकर सरकार बनाम छात्र हो गया है। सरकार को जितना भी सितम करना हो कर ले लेकिन हिलेंगे नहीं। उनका कहना है प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक एक दिवसीय परीक्षा की पुरानी व्यवस्था को बहाल करने और नाॅर्मलाइजेशन रद्द करने का आयोग आधिकारिक आदेश जारी नहीं करता।