लखनऊ, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा है कि न्याय जितना जल्दी मिले, पीड़ित के लिए उतना ही अच्छा रहता है। कोर्ट में वकीलों की लंबी दलीलों में बहुत समय लगता है। इससे ज्यादा मुकदमों की सुनवाई नहीं हो पाती।अंसारी ने न्याय प्रशासन में वैश्विक मापदंडों को अपनाने की बात कही। उन्होंने यूएस का हवाला देते हुये कहा कि वहां आरोपी और पीड़ित पक्ष को आधे-आधे घंटे का ही समय बहस के लिए मिलता है। इससे एक दिन में ज्यादा मुकदमे सुने जा सकते हैं।
हाईकोर्ट की नई बिल्डिंग में कार्यक्रम के दौरान गवर्नर राम नाईक ने कहा कि पीड़ा होती है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में जजों के 160 पदों में से केवल 71 पद ही अभी भरे हैं। शेष 89 खाली हैं। उन्होंने कहा कि जब जज होंगे तभी तो न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह स्थिति बदलना जरूरी है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने डॉ. अंबेडकर को याद करते हुए न्याय मिलने में देरी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि न्याय मिलने में देरी पर आम जनता का न्याय प्रणाली पर विश्वास चरमराता है। उन्होंने बेंच और बार के सदस्यों को न्याय दिलाने का माध्यम कहा।
कार्यक्रम का समापन करते हुए अवध बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एचजीएस परिहार ने कहा कि नए परिसर में 2 मई से कामकाज शुरू हो जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आना था लेकिन व्यस्तता के चलते उनकी जगह कैबिनेट मंत्री अहमद हसन शामिल हुए।