अक्सर देखा जाता है कि वजन घटाने के लिए लोग डाइटिंग शुरू करते हैं मगर 3-4 दिन बाद ही उनका जोश ठंडा पड़ जाता है। ऐसे में ज्यादातर लोग अपनी मनपसंद चीजों को खाने के अनोखे बहाने निकालते हैं जैसे-सप्ताह में एक ही दिन तो खा ही सकते हैं, थोड़ा सा तो खा सकते हैं, दिन में तो खा ही सकते हैं, अभी खा लेते हैं बाद में थोड़ी ज्यादा एक्सरसाइज कर लेंगे आदि। इस तरह ज्यादातर लोग अपनी डाइटिंग का संकल्प पहले 7 दिन के अंदर ही तोड़ देते हैं। इससे उनका वजन भी नहीं घटता है और वो बेवजह भूखे भी रहते हैं। अगर आप वजन घटाने के लिए डाइटिंग कर रहे हैं, तो आपको खुद को प्रेरित करते रहना चाहिए। इसके लिए सबसे पहले अपने डाइटिंग के नियम में थोड़े बदलाव करने जरूरी हैं, ताकि डाइटिंग आपको बोझ न लगे।
ज्यादातर लोग ये मानते हैं कि आधा पेट खाना या भूखे रहना ही डाइटिंग कहलाता है, मगर ऐसा नहीं है। दरअसल डाइटिंग का मतलब यह है कि आप अपने शरीर के लिए जरूरी सभी तत्वों को कम से कम कैलोरीज में पाने की कोशिश करते हैं, ताकि एक्सट्रा कैलोरीज आपके शरीर में फैट के रूप में न जमा हों। इसलिए डाइटिंग के दौरान कभी भी भूखे न रहें, बल्कि भूख लगने पर कुछ हेल्दी और लाइट स्नैक्स खाएं, जिससे आपको पोषक तत्व मिलें। भूखे रहना आपको फायदे कम और नुकसान अधिक पहुंचाता है। भूख को उसके चरम पर पहुंचने से पहले थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ स्वास्थ्यवर्धक स्नैक्स खाते रहें।
पेट भरने तक न खाएं। जब आपको अपना पेट 80 फीसदी भरा लगे तब खाना छोड़ दें। हमारे मस्तिष्क को पेट भरा होने का संदेश मिलने में 20 मिनट का वक्त लगता है। इसलिए पेट पूरा भरने से पहले ही खाना बंद कर देना चाहिए। आयुर्वेद में भी एक तिहाई पेट खाली रखने की सलाह दी जाती है।
कोई भी बड़ा बदलाव यकायक नहीं होता। अपने आहार में धीरे-धीरे और अत्यधिक छोटे चरणों में ही बदलाव लाएं। जब एक बदलाव आपकी जिंदगी का हिस्सा बन जाए, तो दूसरे बदलाव की ओर कदम उठाएं। इस तरह छोटे-छोटे कदमों के जरिए आप जल्द ही अपनी मंजिल तक पहुंच जाएंगे। और स्वस्थ आहार आपके जीवन का अभिन्न अंग बन जाएगा।
ऐसे खाद्य पदार्थो का पता लगाएं जो आपको पसंद हों और साथ ही सेहतमंद भी। अपने पसंदीदा भोजन को भी बेहतर और सेहतमंद तरीके से बनाने के तरीके तलाश करें। ऐसा करने से आपके लिए अपनी आहार योजना पर टिके रहना आसान होगा। खाने को लेकर हर आदमी की कुछ कमजोरियां होती हैं। किसी का दिल आइसक्रीम को देखकर मचलता है, तो किसी को गाजर का हलवा बेकाबू कर देता है। और जब आप डाइट पर होते हैं, तो इन चीजों को देखकर खुद को रोक पाना अधिक चुनौतीपूर्ण होता है। आपकी कमजोरी कोई भी हो, परन्तु उस पल स्वयं को रोकना और उसका कोई हेल्थी विकल्प तलाशना आपके लिए बेहद जरूरी है।
आप किसी पार्टी या मीटिंग में जाए, आप थोड़ा सा खाएं, उसके बाद पानी ले और अपनी कंपनी का आनंद लें। अगर आप अस्वास्थ्यकर भोजन कम मात्रा में खाते हैं, तो आपको लगभग पूर्ण लगता है, लेकिन बहुत ज्यादा कभी नहीं खाएं। पार्टी से पहले कुछ पौष्टिक भोजन कर लेना आपके लिए अच्छा ही रहेगा। अक्सर पार्टियों में स्वाद के चक्कर में सेहत को दरकिनार कर दिया जाता है। ऐसे में अगर आप घर से ही कुछ खाकर जाएंगे, तो पार्टी में अस्वास्थ्यकर खाने से बचे रहेंगे। आप सलाद या थोड़ा कम खाकर भी अवसर का आनंद ले सकते है।