नई दिल्ली, मध्यम वर्ग के मनोरंजन का साधन कहलाने वाले छोटे पर्दे पर इस साल ऐसे धारावाहिकों ने अपनी जगह बनाई जिन्हें अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाले धारावाहिक कहना बेहतर होगा। इसी साल ‘बालिका वधू’ धारावाहिक से हर घर की पसंदीदा बनी प्रत्यूषा बनर्जी ने आत्महत्या कर ली। कुछ पुराने शो के नए सत्र भी इस साल देखने को मिले तो जम्मू कश्मीर के उरी में आतंकी हमला होने के बाद जी समूह के चैनल ‘जिंदगी’ ने पाकिस्तानी शो का प्रसारण बंद कर दिया। निर्माता निर्देशक करण जौहर अपने चिरपरिचित अंदाज में फिल्मी सितारों की प्यार भरी खिंचाई करते हुए ‘कॉफी विद करण’ के साथ छोटे पर्दे पर लौट आए।
साजिद खान और रितेश देशमुख ने नया टॉक शो ‘यारों की बारात’ पेश किया जिसमें दर्शकों को सितारों के दोस्ताना रिश्तों की झलक मिली। कपिल शर्मा ने ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ के बाद कुछ समय तक छोटे पर्दे से दूरी रखी और फिर ‘द कपिल शर्मा शो’ ले कर वापस आ गए। दूसरी ओर ‘कॉमेडी नाइट्स बचाओ’ में कृष्णा अभिषेक उन्हें चुनौती देते नजर आए। हालांकि कृष्णा की मेजबानी वाले शो को लेकर विवाद भी हुए। उन पर अभिनेत्री तनिष्ठा चटर्जी के साथ वाली कड़ी में उनके रंग का मजाक उड़ाने का आरोप लगा और तनिष्ठा ने इस पर नाराजगी भी जताई।
हर साल की तरह इस साल भी ‘बिग बॉस’ छोटे पर्दे पर आया लेकिन इस बार उसमें सेलिब्रिटी के साथ आम लोगों को समानांतर जगह दी गई। हालांकि इसकी एक प्रतिभागी को लेकर प्रस्तोता सलमान खान का गुस्सा इतना तेज हुआ कि उन्होंने न केवल प्रतिभागी को शो छोड़ कर जाने के लिए कहा बल्कि यह ऐलान भी कर डाला कि कलर्स चैनल के किसी भी कार्यक्रम में वह प्रतिभागी नजर आई तो सलमान कलर्स का साथ छोड़ देंगे। ‘बिग बॉस’ में इस बार एक तथाकथित स्वामी को भी बुलाया गया है। इस साल टीवी पर धारावाहिक ‘नागिन’ समाप्त हुआ तो इसका सीक्वल आ गया। ‘ब्रह्मराक्षस’ और ‘कवच’ के जरिये राक्षस और चुड़ैल ने भी अपने जादू दिखाए तो ‘काला टीका’, ‘विष कन्या एक अनोखी प्रेम कहानी’ और ‘देवांशी’ में क्रमशः जादू टोना, जहर और ढोंग को दिखाया गया। तथा ‘कसम.. तेरे प्यार की’ और ‘जमाई राजा’ का तानाबाना पुनर्जन्म के आधार पर बुना गया।
लीक से हट कर कुछ दिखाने का साहस ‘शक्ति…अस्तित्व के अहसास की’ में नजर आया जिसकी नायिका को किन्नर बताया गया है। दर्शकों ने इन धारावाहिकों को पसंद भी किया। रसोईघर के मसालों की खुशबू में लिपटा धारावाहिक ‘महक जिंदगी की’ और बेटे को अपनी खुशियों से उपर रखने वाली मां की कहानी बताने वाला धारावाहिक ‘कुछ रंग ऐसे प्यार के’ भी पसंदीदा बना हुआ है। सम्राट अशोक पर आधारित ‘अशोका’ शुरुआत में टीआरपी पर उपर रहा लेकिन आगे उसे बनाए रखने में नाकाम रहा और खत्म हो गया। फिलहाल इतिहास के पन्ने ‘चंद्रगुप्त नंदिनी’ के जरिये खंगाले जा रहे हैं जिसमें अशोक के दादा चंद्रगुप्त मौर्य की नंदिनी के साथ प्रेम कहानी का वर्णन है। छोटे पर्दे पर इस साल ‘शनि’ धारावाहिक का प्रसारण शुरू हुआ और इसे पसंद करने वालों की संख्या भी खासी है।
टीवी पर ‘झलक दिखला जा’, ‘इंडिया गॉट टैलेंट’, ‘सुपर डांसर’, ‘सा रे गा मा’ तथा ‘वॉयस इंडिया’ के नए सत्र भी आए और प्रतिभाओं को भरपूर सराहना मिली। इस साल 31 जुलाई को राजस्थान की पृष्ठभूमि में बने और ‘बाल विवाह’ पर आधारित लोकप्रिय धारावाहिक ‘बालिका वधु’ की अंतिम कड़ी का प्रसारण हुआ। 21 जुलाई 2008 से शुरू हुए इस धारावाहिक की कुल 2245 कड़ियां प्रसारित हुईं। ‘बालिका वधु’ में आनंदी के किरदार से चर्चित हुई टीवी अभिनेत्री 24 वर्षीय प्रत्यूषा बनर्जी ने एक अप्रैल को अपने फ्लैट पर आत्महत्या कर ली। प्रत्यूषा हालांकि वर्ष 2013 में ही ‘बालिका वधु’ से अलग हो गई थीं और उनकी जगह तोरल रासपुत्रा ने ली थी।
प्रत्यूषा रियलिटी शो ‘बिग बॉस 7’ और डांस शो ‘झलक दिखला जा’ में भी नजर आयी थीं। उन्हें अंतिम बार टीवी शो ‘हम हैं ना’ में देखा गया था। प्रत्यूषा की मौत का आरोप उनके मित्र टीवी धारावाहिक निर्माता राहुल राज पर लगा और यह मामला फिलहाल अदालत में है। जम्मू कश्मीर के उरी में आतंकी हमला होने के बाद जी समूह के चैनल ‘जिंदगी’ ने पाकिस्तानी शो का प्रसारण बंद कर दिया। वर्ष 2014 में में शुरू हुए ‘जिंदगी’ चैनल पर मिस्र और तुर्की जैसे देशों के टीवी शो प्रसारित होते रहे हैं। इस चैनल ने ‘हमसफर’, ‘कितनी गिरहें बाकी हैं’, ‘मात’ और ‘जिदगी गुलजार है’ जैसे कई मशहूर पाकिस्तानी शो भारत में प्रसारित किए, जिन्हें यहां के लोगों ने काफी पसंद किया।