नयी दिल्ली, असम-मेघालय कैडर के 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी वाईसी मोदी ने आज राष्ट्रीय जांच एजेंसी के नए महानिदेशक का पदभार ग्रहण कर लिया। वाईसी मोदी ने शरद कुमार का स्थान लिया जिनके कार्यकाल में एजेंसी ने बोधगया मंदिर धमाका, पठानकोट वायु सैनिक अड्डे पर हमला, आईएसआईएस लिंक और जम्मू कश्मीर आतंक के लिए धन मुहैया कराने जैसे बडे़ बड़े मामलों की जांच की है।
एनआईए की ओर से जारी विज्ञप्ति के नुसार, ‘‘यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट ,दिलसुखनगर धमाका मामला, आईएसआईएस षडयंत्र मामला और जाली भारतीय करेंसी नोट जैसे अनेक महत्पूर्ण मामले दोषसिद्धि तक पहुंचे।’’ वाईसी मोदी 22 सितंबर को एनआईए में विशेष ड्यूटी अधिकारी के तौर पर शामिल हुए थे। उन्होंने 2002-2010 तक और फिर 2015-2017 तक 10 वर्ष तक सीबीआई के लिए काम किया जहां उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ मामलों के साथ ही विशेष अपराध एंव आर्थिक अपराध के मामले देखे।
वाईसी मोदी ने 1991 और 2002 के बीच कैबिनेट सेक्टेरिएट में भी काम किया। प्रोन्नति पर एनआईए में भर्ती होने से पहले मोदी नयी दिल्ली में सीबीआई में अतिरिक्त निदेशक के पद पर सेवाएं दे रहे थे। बयान में कहा गया कि उन्हें 2001 में पुलिस मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस और 2008 में राष्ट्रपति का पुलिस पदक प्रदान किया गया था।