लखनऊ, यूपी में वामपंथी पार्टिंयां आपस में मिलकर 2017 विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के प्रदेश सेक्टरेटरी हीरालाल यादव ने बताया कि पार्टी की ट्रेड यूनियन इकाई ने 02 सित बर को केन्द्र सरकार के खिलाफ देशभर में हड़ताल करने का आह्वान किया है। यूपी के सभी जिला मुख्यालय पर महंगाई, बेरोजगारी, श्रमिक नीति समेत 12 मांगो को लेकर प्रदर्शन करेंगे। सेन्ट्रल ऑफ इण्डियन टेऊड यूनियन(सीआईटीयू) के प्रदेश प्रभारी प्रेमनाथ राय ने कहा कि केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलाफ 23, 24 व 25 सितम्बर को लखनऊ में राज्यस्तरीय सम्मेलन होना सुनिश्चित है। इसमें यूपी के 300 सदस्य हिस्सा लेंगे। उधर यूपी में भाजपा को रोकने के लिए पूर्व सांसद और पॉलित ब्यूरो की सदस्य कामरेड सुभाषिनी अली सहगल दो दिन से लखनऊ में डेरा डाली हुयी हैं। वे पार्टी की महिला विंग जनवादी महिला समित्यि की सदस्यों को प्रशिक्षित कर रही हैं। वे अपनी पार्टी में महिलाओं की ताकत बढ़ाने के लिए 28 व 29 अगस्त को आगरा में प्रदेश स्तरीय स मेलन करने का आह्वान किया है। सूत्रों की मानें तो भाजपा को मुँहतोड़ जवाब देने के लिए सहगल ने अपने महिला विंग के सदस्यों को कुछ टिप्स देते हुए कहा कि कमर कसकर तैयार रहने का समय आ गया है।
उत्तर प्रदेश में 2017 विधानसभा चुनाव को लेकर वामपंथ विचारधारा की राजनीतिक पार्टियां भी किसी से पीछे रहने के मूड में नहीं है। साम्प्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए अपने सभी संगठनों को एकजुट होने का आह्वान किया है। इतना ही नहीं सभी संगठनों को अगस्त व सितम्बर माह में अलग से प्रशिक्षण देने की योजना बनायी है। सूत्रों ने बताया कि यूपी चुनाव में वामपंथ का लक्ष्य जीतना नहीं बल्कि भाजपा को रोकना है। सूत्रों के अनुसार साम्प्रदायिक पार्टियों को रोकने के लिए ये किसी से हाथ नहीं मिलायेंगे। लेकिन उनको रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। वामपंथी नेताओं का दावा है कि पश्चिम बंगाल के तर्ज पर यूपी में कांग्रेस या अन्य पार्टियों से गठबंधन नहीं होगा।