मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में विंध्य क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी मां विंध्यवासिनी का विंध्याचल नये परिवेश में नवरात्र मेले के लिए तैयार है।
विंध्याचल नवरात्रि मेले में दर्शनार्थियों की भारी में भीड़ आने की संंभावना के मद्देनजर मेले की सुरक्षा व्यवस्था आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस )के हवाले कर दी गई है। नवरात्र मेला मंगलवार भोर से शुरू होने जा रहा है। पूरा मेला सीसी कैमरे के जद में होगा। ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी।मेला सुरक्षा में अर्धसैनिक बल के जवानों के साथ तीन हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। होमगार्ड,पीआरडी ,यातायात पुलिस एवं फायर ब्रिगेड जवानों को भी लगाया गया है। आधुनिक उपकरणों से युक्त बम डिस्पोजल दस्ता एवं जल पुलिस के जवान मुस्तैद रहेगे।
मां विन्ध्यवासिनी देवी के गर्भगृह में चरण छूने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध वीआईपी व्यक्तियों पर भी लागू किया गया है। साथ ही साथ पंडों, नाईयो और सफाईकर्मी के लिए डेस कोड में रहने के आदेश दिए गए हैं। दुकानदारों और वाहन स्टैंडो पर रेट लिस्ट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। नौ दिन तक चलने वाले मेले सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
जिला प्रशासन ने मेला की मुकम्मल व्यवस्था कर लेने का दावा किया है। नगर मजिस्ट्र लाल बहादुर को मेला अधिकारी बनाया गया है जबकि अपर जिला मजिस्ट्रेट एस पी शुक्ल सुपर मजिस्ट्रेट होगे।
जिलाधिकारी प्रिंयका निरंजन बताया कि पूरे मेला क्षेत्र को दस जोन और 21सेक्टरों में बाटा गया है। सभी जोनो में जोनल मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेटो को तैनात किया गया है। मेला क्षेत्र में आवश्यकता से अधिक भीड़ एकत्र न हो सके इसके लिए जगह-जगह बैरियर लगाये गए हैं।
जिला पुलिस प्रमुख अभिनंदन ने बताया कि मेले में सिविल पुलिस के अलावा जल पुलिस यातायात घुड़सवार पुलिस के अलावा खुफिया एजेंसी के जवान भी है। किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए अलग से व्यवस्था की गयी है।
उन्होंने बताया कि इस बार सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से एटीएस के जवान मोर्चा संभालेंगे। यह टीम पूरे नवरात्र मेला सुरक्षा व्यवस्था संभालेगी। उन्होंने बताया कि अतिसंवेदनशील स्थानों पर अतिसतर्कता बरती जा रही है।
मंडलायुक्त मुथु स्वामी और पुलिस उपमहानिरीक्षक आर पी सिह ने मेला की तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक आदेश निर्देश दिए।
नवरात्र मेले में ड्यूटी पर तैनात किए गए सुरक्षा कर्मियों एवं कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि ड्यूटी के दौरान श्रद्धालु दर्शनार्थियों के साथ विनम्र व्यवहार करे।साथ ही साथ साफ सुथरी वर्दी में अनुशासित रह कर अपने कर्तव्य एवं दायित्व का निर्वहन करेंगे।