पणजी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी का समर्थन नहीं करेगी और न ही धर्मनरिपेक्षता से कोई समझौता करेगी। पवार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मुझे नहीं लगता कि गोवा विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुमत के साथ जीतेगी। हम यह स्पष्ट करना चाहेंगे कि राकांपा भाजपा के साथ नहीं होगी। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि अगर उनकी पार्टी को गठबंधन सरकार के गठन का मौका मिलता है तो वह धर्मनिरपेक्ष बलों का समर्थन करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गत 28 जनवरी को एक चुनावी रैली में दिए गए संबोधन, जिसमें उन्होंने कांग्रेस को उखाड़ फेंकने के लिये वोट देने की अपील की थी। पवार ने कहा कि संसदीय संरचना में किसी को यह नहीं सोचना नहीं चाहिए कि वह दूसरे को पूरी तरह से खत्म कर देगा। उन्होंने कहा कि सोच और विचारों में भिन्नता हो सकती है, लेकिन किसी एक को धर्मनिरपेक्ष बलों को समाप्त करने का लक्ष्य नहीं करना चाहिए। मराठा क्षत्रप नेता ने कहा कि कांग्रेस के साथ कुछ मुद्दों पर हमारे बीच भी भिन्नता है। कांग्रेस और हमारे बीच भी मतभेद हैं लेकिन हम किसी को समाप्त करने जैसी बात नहीं करते। वर्ष 2012 में राज्य में खनन पर प्रतिबंध लगाने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री (वर्तमान में रक्षा मंत्री) मनोहर पर्रिकर को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रतिबंध से राज्य के एक बड़ी आबादी प्रभावित हुई है। उल्लेखनीय है कि चार फरवरी को होने जा रहे गोवा विधानसभा चुनाव में राकांप ने 16 सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया है।