धर्मशाला, भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने कहा कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा जीत ने साबित कर दिया है कि यह टीम अपनी सरजमीं के अलावा विदेशी धरती पर भी जीत दर्ज करने का माद्दा रखती है। कुंबले ने चौथा टेस्ट आठ विकेट से जीतने के बाद कहा, यह शानदार जीत है। हम सत्र दर सत्र, मैच दर मैच, श्रृंखला दर श्रृंखला रणनीति बनायेंगे। पहला मैच हारने के बाद इस तरह से वापसी करना शानदार रहा। उन्होंने कहा, विराट के चोटिल होने के बाद अजिंक्य ने टीम की उम्दा कप्तानी की।
गेंदबाजों का प्रदर्शन भी लाजवाब रहा। पूरे सत्र में तेज गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इस तरह के टीम संयोजन और निचले क्रम के योगदान को देखते हुए मुझे नहीं लगता कि हम विदेश में नहीं जीत सकते। इस व्यस्त टेस्ट सत्र के सकारात्मक पहलुओं के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, सबसे सकारात्मक बात को हालात के अनुकूल खुद को ढालना रही। वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला से लेकर अब तक हमारे पास 25 खिलाड़ी रहे और सभी ने अलग अलग हालात में अच्छा प्रदर्शन किया।
कोच ने कहा, नये मैदानों पर भी हमें पिच के बारे में कुछ पता नहीं था लेकिन खिलाड़ियों ने खुद को ढाला। हमें कैचिंग पर हालांकि मेहनत करनी होगी। रविंद्र जडेजा की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, जड्डू ने पूरे सत्र में अच्छा प्रदर्शन किया। आर अश्विन अपने आप को सराबित कर चुके हैं लेकिन जड्डू हमेशा उनकी छाया में रहे। इस बार उन्होंने अपनी छाप छोड़ी और नंबर एक स्पिनर बने। मैच में पांच विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज उमेश यादव ने कहा कि वह टीम के लिये कुछ खास करना चाहते थे।
उन्होंने कहा, मैनें खुद से कहा कि यह सत्र का आखिरी टेस्ट है और मुझे कुछ खास करना है। मैने अपनी ओर से पूरा प्रयास किया। इस तरह के स्पैल कभी कभार होते हैं। संजय बांगड़ भाई का शुक्रिया जो मुझे मेरी ताकतों से वाकिफ कराते रहते हैं। दूसरी पारी में तीन विकेट लेने वाले अश्विन ने कहा, सोमवार का दिन खास था। मुकाबला बराबरी का था और उमेश ने उन्हें मैच से बाहर कर दिया। मैं चोटों से जूझ रहा था लेकिन फिजियो और सहयोगी स्टाफ को धन्यवाद दूंगा जिन्होंने काफी मदद की।