नयी दिल्ली, संसद के मानसून सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) तथा अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही शून्यकाल के दौरान ही दिन भर के लिए स्थगित कर दी कर दी गई।
राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए नवनिर्वाचित सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ दिलाई। उसके बाद उन्होंने सदन के दिवंगत हुए पूर्व सदस्यों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के निधन से सदन को अवगत कराया और सदन ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके बाद जैसे ही एम. वेंकैया नायडू ने अपना वक्तव्य देना आरंभ किया तो कांग्रेस के जयराम रमेश कुछ बोलने लगे। इसके समर्थन में कांग्रेस के प्रमोद कुमार तिवारी भी जोर जोर से बोलने लगे। एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्होंने महासचिव को इस मामले में देखने के लिए कह दिया है। लेकिन कांग्रेस के सदस्य शांत नहीं हुए और नारे लगाते हुए सभापति के आसन के समक्ष आ गए। इसमें आम आदमी पार्टी के संजय सिंह तथा अन्य विपक्षी दलों के सदस्य भी शामिल थे।
एम. वेंकैया नायडू ने सदस्यों से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देना की अपील की और कहा कि नियमों के अनुसार ही काम होना चाहिए। लेकिन विपक्ष के सदस्य शांत नहीं हुए और स्थिति को देखते हुए सभापति ने सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।
एम. वेंकैया नायडू ने अपना वक्तव्य विपक्षी सदस्यों की टीका टिप्पणी के बीच पढ़ा।