झांसी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने सोमवार को उत्तर प्रदेश में सभी विपक्षी पार्टियों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि हमें खुशी है कि आज अखिलेश यादव, राहुल गांधी जैसे लोग और तमाम अन्य विपक्षी नेता खुद को हिंदू बता रहे हैं लेकिन चुनाव के कुछ समय पहले वह कितना भी राम का नाप जपें उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कोई नुकसान नहीं कर पायेंगे।
यहां ओमशांतिनगर में पत्रकारों से बात करते हुए सुश्री भारती ने कहा कि भाजपा जो हिंदुत्व की बात करती है यह भाजपा की राष्ट्रवादी सोच का परिणाम है । आज सभी दलों का समझ आ गया है कि अब जातिवाद और सांप्रदायिक सोच नहीं चलेगी। यह बात अब विपक्ष की समझ में आयी है और वह मूल अधिष्ठान की ओर लौट रहे हैं लेकिन काफी देरी कर दी है। हमारे लिए धर्म ,आस्था का प्रश्न है और इसीलिए हम राममंदिर जैसे मुद्दों से जुड़े रहे और आज अयोध्या में मंदिर निर्माण की प्रक्रिया चल रही है।
जनता बहुत समझदार है वह जानती है कि कौन वोट के लिए धर्म की बात कर रहा है और कौन आस्था के लिए धर्म की बात कर रहा है। इस चुनावी दिखावे से भाजपा पर लोगों के विश्वास मे कोई कमी नहीं आयेगी और न ही विपक्ष का यह चुनावी स्टंट भाजपा को कोई नुकसान पहुंचा पायेगा। उत्तर प्रदेश के चुनाव में अब यह सब कोई मुद्दा नहीं रह गया है,अब केवल विकास का मुद्दा बस यही मुद्दा चलेगा।
जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी तो कानून व्यवस्था का क्या हाल था यह किसी से छिपा नहीं है। हम उत्तर प्रदेश को उस समय से आज बाहर निकाल कर लाएं हैं। आज योगीजी के नेतृत्व में लोग बिना किसी भय के अपना जीवनयापन कर रहे हैं। विकास की योजनाओं को हमने पूरा किया है।
योगी जी ने एक संयासी के रूप में , एक परंपरागत मठ के पीठाधिपति होते हुए एक कुशल प्रशासक होने का परिचय दिया है। राजनीतिक अंधविश्वासों को खत्म कर हर मोर्चे पर खुद को एक मजबूत इरादों वाले प्रशासक के रूप में पेश किया है,राजनीतिक शुचिता लेकर आये हैंं। उनके आगे कोई विपक्षी दल या उसका नेता टिकता ही नहीं है। वास्तव में यूपी में योगी के सामने विपक्ष की कोई चुनौती ही नहीं है। सख्त प्रशासक और मीठा स्वभाग योगी और मोदी के यह दो ऐसे गुण हैं कि उनके सामने कोई अन्य नेता नहीं टिकता।
शराबबंदी से जुडे उनके हालिया बयान को उत्तर प्रदेश के संदर्भ में भी देखे जाने के सवाल पर सुश्री भारती बैकफुट पर नजर आयीं और कहा कि इसे मध्यप्रदेश तक ही सीमित रखा जाए। शराबबंदी को लेकर मेरी बात मेरी व्यक्तिगत सोच का हिस्सा है। यह बयान है कोई चेतावनी नहीं।
बुंदेलखंड राज्य को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि इसके लिए सबसे जरूरी है कि राज्य का सीमांकन सबसे पहले हो। बसपा ने इस पर प्रस्ताव तो पारित कर दिया लेकिन राज्य का रेखांकन किसी को पता नहीं। रेखांकन कौन करेगा और कैसे होगा के सवाल पर सुश्री भारती पल्ला झाड़ती नजर आयीं।
भाजपा राज में अफसरशाही के बेलगाम होने संबंधी आरोपों को सिरे से नकारते हुए उन्होंने कहा कि अफसरशाही से तालमेल बनाकर चलने का तो सिस्टम ही है। यह अफसर इतनी पढाई करके अपने पदों पर पहुंचते हैं और हम जो याेजनाएं बनाते हैं उन्हें लागू करने के लिए हमें कोई सिस्टम तो चाहिए ही। ऐसे में यह अफसर हमारे मददगार बनते हैं। योजनाओं को जमीन तक पहुंचाने का काम यहीं करते हैं। बेलगाम अफसरशाही के कारण विधायकों की नाराजगी के सवाल को भी पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा कि हमारे कोई विधायक अफसरों के कामकाज से नाराज नहीं हैं सभी योगी जी के साथ हैं।