नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को पूर्व मुख्य कोच अनिल कुंबले के साथ हुए मतभेद पर क्लीनचिट दी गई है। कोहली को यह क्लीन चिट प्रशासनिक मैनेजर कपिल मल्होत्रा की रिपोर्ट में मिली है। चैंपियंस ट्रॉफी के बाद पूर्व लेग स्पिनर कुंबले ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। भारत घरेलू सरजमीं या फिर विदेशी सरजमीं पर जो भी सीरीज खेलता है उसके लिए प्रशासनिक मैनेजर की रिपोर्ट अनिवार्य होती है। आमतौर पर इस रिपोर्ट को महज औपचारिकता माना जाता है।
लेकिन इस बार कुंबले के इस्तीफे को देखते हुए बीसीसीआइ ने विशेष तौर पर क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया के मल्होत्रा को निर्देश दिया था कि वह इंग्लैंड में कोहली और कुंबले के बीच मतभेद की घटना पर रिपोर्ट दें। हालांकि पता चला है कि मल्होत्रा की रिपोर्ट में किसी तरह की विवादस्पद घटना का जिक्र नहीं है। बीसीसीआइ के एक सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, कपिल मल्होत्रा ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में ऐसा कुछ नहीं है, जो यह सुझाव दे कि कप्तान विराट कोहली ने कोच के प्रति असभ्य बर्ताव किया हो या ऐसी किसी घटना का जिक्र नहीं है, जिसे अनुशासन का उल्लंघन माना जाए।
जब यह पूछा गया कि कप्तान और कोच अभ्यास सत्र के दौरान एक दूसरे से बात नहीं कर रहे थे तो अधिकारी ने कहा, उन्हें विशिष्ट तौर पर ऐसी घटना का जिक्र करने को कहा गया था, जिसने ड्रेसिंग रूम का माहौल या टीम का मनोबल प्रभावित किया हो। रिपोर्ट में ऐसा कुछ नहीं है। बीसीसीआइ ने अनिल पटेल से भी रिपोर्ट मांगी थी, जो पिछले सत्र में भारत में हुए 13 घरेलू टेस्ट के दौरान प्रशासनिक मैनेजर थे।
मल्होत्रा फिलहाल टीम के साथ वेस्टइंडीज में हैं और किसी राज्य इकाई के अधिकारी की प्रशासनिक मैनेजर के रूप में यह अंतिम सीरीज है। उम्मीद की जा रही है कि बीसीसीआइ अब पूर्णकालिक मैनेजर की नियुक्ति करेगा। बीसीसीआइ ने इस बीच 10 जुलाई को मुंबई में कोचों के साक्षात्कार की तैयारी कर ली है और रवि शास्त्री को वापसी का प्रबल दवेदार माना जा रहा है। वीरेंद्र सहवाग और टॉम मूडी के अलावा रिचर्ड पायबस, वेंकटेश प्रसाद, डोडा गणेश ने भी कोच पद के लिए आवेदन किया है।