विरेंदर सहवाग ने क्यों कहा कि खिलाड़ी पर बैन नहीं लगाना चाहिए ?
April 10, 2019
नयी दिल्ली, पूर्व भारतीय विस्फोटक बल्लेबाज और सोशल मीडिया पर अपनी सटीक टिप्पणी के लिए प्रसिद्ध विरेंदर सहवाग का मानना है कि यदि किसी लीग के मुकाबले कोई नयी लीग आ जाती है तो खिलाड़ियों को प्रतिबंधित नहीं करना चाहिए। सहवाग ने नयी लीग इंडो इंटरनेशनल प्रीमियर कबड्डी लीग लांच किये जाने के अवसर पर यह बात कही। आईआईपीकेएल नयी कबड्डी लीग है जबकि भारतीय अमेच्योर कबड्डी महासंघ से मान्यता प्राप्त प्रो कबड्डी लीग पहले से ही चल रही है जिसका सातवां सत्र जुलाई में शुरू होगा।
यह पूछने पर कि क्या भारतीय अमेच्योर कबड्डी महासंघ नयी लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों पर प्रतिबन्ध लगा सकता है जैसा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ;बीसीसीआई ने बागी इंडियन क्रिकेट लीग ;आईसीएल में खेलने वाले खिलाड़ियों पर प्रतिबन्ध लगा कर किया थाए सहवाग ने बड़े स्पष्ट शब्दों में कहा, श्खिलाड़ियों पर प्रतिबन्ध कतई नहीं लगाना चाहिए क्योंकि वे अपनी आजीविका खेल से ही कमाते हैं। वैसे भी बीसीसीआई ने आईसीएल में खेलने वाले खिलाड़ियों से बाद में प्रतिबन्ध हटा लिया था।
सहवाग ने कहा, श्खिलाड़ी घर बैठकर क्या करेगा। अपनी फिटनेस पर ही ध्यान देगा। खिलाड़ी को किसी भी लीग में खेलने से रोका नहीं जाना चाहिए चाहे वह कोई विरोधी लीग क्यों न हो। नयी लीग से खिलाड़ियों को ही फायदा होगा। वैसे भी इस लीग में खिलाड़ियों को मैच फीस के साथ राजस्व का 20 फीसदी हिस्सा मिलेगा जबकि अब तक सिर्फ बीसीसीआई ही ऐसा करता आया था। बीसीसीआई में बोर्ड के राजस्व का 26 फीसदी हिस्सा खिलाड़ियों को मिलता है। यह पहल अच्छी है और इससे दूसरे खेलों में भी पैसा आएगा।
उन्होंने कहा, ओडिशा में मेरी हॉकी खिलाड़ी सरदार सिंह से बात हुई थी और उन्होंने बताया था कि उन्हें भारत की तरफ से खेलने पर सिर्फ टीए-डीए मिलता है और कोई मैच फीस नहीं मिलती। यह मेरे लिए चौंकाने वाली बात थी। मैं उम्मीद करूंगा कि इस कबड्डी लीग की पहल का दूसरे खेल भी अनुसरण करें। एक सवाल के जवाब में सहवाग ने कहा कि कबड्डी को ओलम्पिक खेलों में शामिल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह भारत का बड़ा खेल है और इसे ओलम्पिक में शामिल किया जाना चाहिए शायद भारत के पदक बढ़ जाएं।