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विश्व स्तरीय पर्यटन केंद्र बनेगा गोवर्धन

मथुरा,  केन्द्रीय पर्यटनए सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री अलफोन्स कन्नाथानम ने कहा कि गोवर्धन को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल बनाया जाएगा।

कन्नाथानम ने संवादाताआें को बताया कि गोवर्धन को श्रीकृष्ण स्वदेश योजना में शामिल कर लिया गया है । केन्द्र सरकार की ओर से गिरिराज धाम के लिए फिलहाल 50 करोड़ रूपये लगाये जाएंगे। गोवर्धन के विकास के लिए केन्द्र और राज्य सरकार दोनों संकल्पित हैं। राज्य सरकार ने इसके लिए छह प्रस्ताव भेजे हैं।

उन्होंने बताया कि गोवर्धन बस स्टैंड पर 25 करोड़ 75 लाख की मल्टी लेवेल पार्किंग 300 वाहनों की क्षमता की बनायी जाएगी। उनका कहना था कि सूरकुटी पारासौली के महारास स्थल को करीब तीन करोड़ रूपये की लागात से विकसित किया जाएगा। इसी क्रम में कुसुम सरोवर में लाइट एवं साउंड शो को करीब आठ करोड़ की लागत से शुरू किया जाएगा तथा मानसी गंगा पर तीन करोड़ रूपये खर्च किये जाएंगे।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जिन छह प्रस्तावों को भेजा है उनकी उपयोगिता को देखते हुए वे यहां आए हैं।

उन्होंने इस बात से इंकार किया कि यहां तीर्थयात्रियों की सुरक्षा की समस्या है । उनका कहना था कि यहां लोग धार्मिक भावना से आते हैं इसलिए यहां पर ऐसी कोई समस्या नहीं है।इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री और सचिव मीनाक्षी शर्मा आदि ने संयुक्त रूप से यहां वृक्षारोपण भी किया। स्थल निरीक्षण के क्रम मे केन्द्रीय मंत्री ने कुसुम सरोवर स्थित महाराजा सूरजमल के समाधि स्थल कुसुम सरोवर तथा उनकी छतरियों की खुबसूरती को और बढ़ाने को जहां देखा वही कुसुम सरोवर के पाश्र्व में आधुनिक लाइटेंए पानी में वोटए गुलाब बागए मल्टी पार्किंग व अन्य कार्य भी कराने की संभावना को उन्होंने गहनता से निरीक्षण किया।

केन्द्रीय पर्यटन मंत्री अल्फेांस ने विभागीय अधिकारियो के साथ गोवर्धन में पर्यटन विकास की कार्ययोजना का भौतिक निरीक्षण किया। इस दौरान वे दानघाटी मंदिर पर पहुंचे और गिरिराज जी का दुग्धाभिषेक कर परिक्रमा मार्ग सहित ऐतिहासिक स्थलो का निरीक्षण किया । उन्होंने विकास की कार्ययोजना पर भी अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने बृज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत और सीईओ नागेन्द्र प्रताप के साथ गोवर्धन के दानघाटी मंदिर पर गिरिराज पर्वत के संरक्षण और सौन्दर्यीकरण पर चर्चा की। ऐतिहासिक कुसुम सरोवर की भव्य नक्कासी को देखकर इसका बेहतर संरक्षण तथा विकसित करते हुये प्राचीन गुलाब बाग को संवारने की बात कही । गोवर्धन परिक्रमा में ट्राम ट्रेन चलाने और सूरदास जी की तपस्थली पारासौलीए मानसी गंगा का भी निरीक्षण किया।