विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष ने कहा-नरेंद्र मोदी को विदेश घूमने से फुरसत नहीं…?
June 27, 2018
लखनऊ, अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिये केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को चार महीने का अल्टीमेटम देते हुये नवगठित अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोडगिया ने कहा कि यदि सरकार निर्धारित समयावधि में विधेयक नहीं लाती है तो संत समाज लखनऊ से अयोध्या तक मार्च करेगा।
प्रवीण तोगडिया ने पत्रकारों से कहा हम अयोध्या में राममंदिर निर्माण के संबंध में केन्द्र की मौजूदा भाजपा सरकार को लोकसभा में विधेयक लाने के लिये चार महीने का समय देते है अन्यथा साधु संत अक्टूबर में लखनऊ से अयोध्या तक पैदल मार्च करेंगे। इससे पहले डा तोगडिया ने सोमवार को दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के गठन की घोषणा की थी।
उन्होनें कहा नरेंद्र मोदी को विदेश घूमने से फुरसत नहीं है। मैं प्रधानमंत्री को डाक के जरिये प्रस्तावित कानून भेज रहा हूं। संसद में कानून बनाकर काशी विश्वनाथ मंदिर, मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि और अयोध्या में रामजन्मभूमि तीनों हिन्दुओं को सौंपा जाए। हमारे कार्यकर्ता दस करोड़ लोगों से मिलेंगे और अक्टूबर के आखरी तक 20 करोड़ लोगों तक पहुंचकर हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे।
विश्व हिन्दू परिषद के भूतपूर्व नेता डा तोगडिया ने साफ किया कि वह 2014 से पहले खुद को धर्मनिरपेक्ष जताने वाले दलों का समर्थन नही करते थे मगर अब भाजपा सत्ता में है लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में वह भाजपा का समर्थन नही करेंगे। उन्हाेने कहा मै किसी का नाम नही लेना चाहता लेकिन मौजूदा सरकार हिन्दूवादी दल के तौर पर पहचानी जाती है हालांकि यह सरकार 2014 में जनता को किये गये वादों को पूरा करने में नकारा साबित हुयी है जिसका परिणाम है कि कश्मीर समेत राज्य के अन्य हिस्सों में हिन्दुओं के हितों का क्षरण हुआ है।
विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व नेता प्रवीण तोगड़िया ने आज केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने अयोध्या, काशी और मथुरा में मंदिर निर्माण के लिये कानून नहीं बनाया. तोगड़िया ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मोदी सरकार ने अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिये अब तक कुछ नहीं किया. केन्द्र की भाजपा सरकार ने अयोध्या, काशी और मथुरा में मंदिर निर्माण के लिये कानून ना बनाकर करोड़ों हिन्दुओं के साथ छल किया है. अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद का गठन करने वाले तोगड़िया ने कहा कि उन्होंने खुद राम मंदिर सम्बन्धी कानून का मसविदा तैयार किया है. चूंकि सरकार अन्य कार्यों में बहुत व्यस्त है इसलिये उसे इस कानून को संसद में पारित कराना चाहिये. उन्होंने कहा कि आज वह अयोध्या जाकर इस मसविदे को ‘रामलला’ के चरणों में रखेंगे. अक्तूबर में वह और उनके संगठन के लोग लखनऊ से अयोध्या तक ‘अयोध्या मार्च‘ निकालेंगे.
तोगड़िया ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिये जनता की तरफ से आवाज उठायी जाएगी. वह मंदिर निर्माण के मसविदे पर हस्ताक्षर अभियान के तहत 20 करोड़ हिन्दुओं का समर्थन प्राप्त करेंगे. उसके बाद इसे मोदी सरकार के पास भेजा जाएगा, ताकि उसे संसद में पारित कराया जाए. उन्होंने कहा कि हमें ‘सबका साथ, सबका विकास‘ पर विश्वास नहीं है बल्कि ‘हिन्दू विकास‘ ही हमारा नारा है. तोगड़िया ने कहा कि उनके संगठन की टीम नयी है लेकिन तेवर वही पुराने हैं। यह संगठन देश-विदेश की सभी जातियों, व्यवसायों, भाषाओं, राज्यों, पंथों तथा लिंग के हिन्दुओं के धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक अधिकारों के लिये काम करेगा.
उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी का नेतृत्व झूठा है। अक्टूबर तक अगर सरकार ने राम मंदिर निर्माण का टाइम टेबल नहीं दिया तो लखनऊ से आंदोलन शुरू होगा। यह लोग मलमास की चिंता छोड़कर रमजान की चिंता करने लगे हैं। भाजपा वाले छद्म हिन्दू हैं और जो भाजपा में नेतृत्व कर रहे हैं वह छद्म हिन्दू हैं। योगी आदित्यनाथ मेरे पूज्यनीय हैं। अगर मंदिर नहीं बना तो 2019 में जनता सबक सिखाएगी।
उन्होंने कहा मैं आज अयोध्या जा रहा हूं। संकल्प करने के लिए जिस तरह से 1984 में यह संकल्प किया गया था की सोमनाथ की तर्ज पर मंदिर बनेगा। अगर कोर्ट से मंदिर बनाना था तो जनता को वचन नहीं देना चाहिए था। कारसेवकों को मुलायम की गोलियां नहीं खिलवानी चाहिए था। हिमाचल के पालमपुर में राष्ट्रीय प्रस्ताव में भाजपा ने कहा था कि अगर हम सरकार में आए तो संसद में कानून बनाकर मंदिर बनाएंगे। बीजेपी सरकार के चार साल हो गए, लेकिन अभी तक कोई कानून नहीं बना। बीजेपी ने जनता के साथ विश्वासघात किया है। राम मंदिर के लिए हमें तीसरे विकल्प की तलाश करनी होगी।