नई दिल्ली, भारत ने आज पहली बार आधिकारिक बयान में कहा कि चीन की सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ के तीन पत्रकारों की वीजा अवधि को बढ़ाने से इंकार कर दिया गया क्योंकि उनके आचरण से जुड़े कुछ ऐसे मुद्दे थे जो वीजा नियमों के अनुरूप नहीं थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, इस मुद्दे पर कुछ समय से चर्चा हुई है। शिन्हुआ के दिल्ली ब्यूरो प्रमुख के वीजा की अवधि 31 दिसंबर, 2015 को समाप्त हो गयी थी वहीं मुंबई में शिन्हुआ के दो संवाददाताओं के वीजा की अवधिक मार्च, 2016 में खत्म हो गये। जब उनके वीजा के नवीनीकरण का समय आया तो उनके आचरण को लेकर कुछ मुद्दे थे, जो कि वीजा नियमों के अनुरूप नहीं थे। उन्होंने कहा, उनकी वीजा अवधि को इस आशा में संक्षिप्त समय के लिए बढ़ा दिया गया कि उनको बदला जायेगा। इसके बाद हम लोगों ने शिन्हुआ को स्पष्ट कर दिया कि संबंधित पत्रकारों के वीजा को 31 जुलाई, 2016 के बाद बढ़ाना संभव नहीं है। स्वरूप ने कहा कि मंत्रालय चीनी पक्ष से इस मुद्दे पर संपर्क में रहा है और सरकार को आशा है कि दिये गये समय में उनके बदले किसी और व्यक्ति के आ जाने से कोई मुद्दा नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार के साथ दोनों देशों में मौजूद स्थानीय पत्रकारों की भूमिका आपसी समझ को बढ़ाने और लोगों के बीच अधिक मजबूत संबंध को विकसित करने में महत्वपूर्ण रही है।