बरेली, उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में आपसी भाईचारे का माहौल खराब करने की मंशा से एक वीडियो वायरल किया गया लेकिन पुलिस और प्रशासन की सक्रियता के चलते यह कोशिश नाकाम साबित हुयी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक विवादित बयान से जुड़े एक राजनीतिक दल के नेता की तस्वीर शनिवार को व्हाट्सएप स्टेटस पर वाले एक युवक ने जिले का माहौल खराब करने का प्रयास किया है। वहीं पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी का मैसेज वायरल होने पर बानखाना में लोग रात में घर से निकल आये और विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस प्रशासन की सख्ती से मामला कुछ ही घंटों में शांत हो गया।
शनिवार की रात को भाजपा की पार्षद समेत कई हिंदू संगठनों के लोगों ने प्रेमनगर थाने में आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं कायस्थ महासभा महिला इकाई की जिलाध्यक्ष व पार्षद शालिनी जौहरी के नेतृत्व में लोग शनिवार की दोपहर प्रेमनगर थाने पहुंचे और रेहान के खिलाफ तहरीर सौंपते हुए कहा कि किसी महिला नेता की तस्वीर के आपत्तिजनक चित्रण से महिलायें आहत हुई हैं। उन्होंने शिकायत में कहा कि सनातन संस्कृति के धर्मगुरु स्वामी नरसिम्हानंद सरस्वती के चरित्र को भी इसी तरह अभद्र तरीके से दर्शाया गया है। बरेली के एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस ने जौहरी की तहरीर पर रेहान के विरुद्ध शनिवार रात रिपोर्ट दर्ज कर ली।
बरेली के नगर मजिस्ट्रेट राजीव कुमार ने बताया कि शहर के सुर्खा क्षेत्र में रहने वाले कुलदीप ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी कर फुरकान को मैसेज भेजा तो सुर्खा -बानखाना में लोग रात में घरों से निकल आये। भीड़ जमा हो गई और लोग विरोध प्रदर्शन कर उसकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे। पांडेय ने कुलदीप के खिलाफ रिपोर्ट लिखने का आश्वासन देकर लोगों को शांत किया। इसके बाद लोग घरों में चले गए।
कुलदीप के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। माहौल की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने बानखाना में फ्लैग मार्च कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। कुलदीप के घर दबिश दी गई लेकिन वह फरार हो गया। इसी बीच सीओ प्रथम श्वेता यादव और प्रेमनगर इंस्पेक्टर दयाशंकर फोर्स के साथ क्षेत्र में पुलिस की गश्ती चलती रही।