नई दिल्ली, नोटबंदी के चलते हो रही दिक्कतों को देखते हुए सरकार लगातार नियमों में बदलाव कर रही है, लेकिन यह बदलाव नाकाफी साबित हो रहे हैं। इस माह कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन के भुगतान के लिए भी सरकार ने कई स्तरों पर प्रयास किए थे। लेकिन यह भी नाकाफी साबित हुए हैं। देशभर के बैंकों और एटीएम पर कतारें पहले जैसी ही लगी हुई हैं। वहीं देशभर में मौजूद कई-कई संगठनों, संस्थाओं, कंपनियों में महीने की 7 तारीख को वेतन दिया जाता है। लिहाजा बुधवार को बैंक दूसरे दौर के वेतन भुगतान की तैयारी में जुटे हुए हैं। यह पहले से ही तय माना जा रहा था कि 7 दिसबंर तक नकदी की मांग 80 फीसदी तक बढ़ेगी। सभी बैंकों को इस बात का अंदेशा पहले से ही था कि बुधवार को बैंकों के बाहर वेतन निकासी को लेकर लगने वाली कतार कुछ ज्यादा लंबी को सकती है। ऐसे में बैंक लोगों की मांग को पूरा करने की कोशिशों में लगे हैं।
एक्सिस बैंक के कार्यकारी निदेशक राजेश दहिया ने कहा कि बैंक उन शाखाओं में व्यवस्था कर रहे हैं जहां निकासी दबाव है। एटीएम के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हालांकि 95 प्रतिशत एटीएम को नए नोटों के लिहाज से दुरुस्त कर दिया गया है, लेकिन लॉजिस्टिक की कमी की वजह से नकदी की कमी है। एटीएम में दिन में केवल एक बार नकदी डाली जा रही है। बैंक अधिकारियों के अनुसार वेतन को लेकर भीड़ अगले सात से 10 दिनों तक बनी रहेगी। एसबीआई के प्रबंध निदेशक रजनीश कुमार के मुताबिक बैंकों के बाहर अगले कुछ दिनों तक वेतन और पेंशन के लिए भीड़ बनी रहेगी। सभी को पैसा मिल सके, इसके लिए सीमित मात्रा में नकद निकासी की अनुमति दी जा रही है। बैंक अधिकारियों के अनुसार कुछ बैंक 2,000 रुपये प्रति व्यक्ति दे रहे हैं, जबकि जिनके पास नकदी अच्छी है, वे 24,000 रुपये के बजाए 10,000 से 12,000 रुपये प्रति व्यक्ति निकासी की अनुमति दे रहे हैं।