कोटा, बिहार के एक गांव का रहने वाला वात्सल्य सिंह चौहान आईआईटी खरगपुर से कुछ महीनों में ग्रेजुएट हो जाएगा तब ये सीधा सिलीकॉन वैली में माइक्रोसॉफ्ट की कंपनी में पहली नौकरी शुरू करेगा और इसका सालाना वेतन होगा एक करोड़ से ज्यादा का। बिहार के एक गांव मे वात्सल्य के पिता वेल्डिंग का काम करते हैं।वात्सल्य ने बताया कि उसे माइक्रोसॉफ्ट से 1.02 करोड़ रुपये प्रति साल के हिसाब से माइक्रोसॉफ्ट ने पैकेज दिया है और वह अक्टूबर में इस नौकरी से जुड़ेगा।2009 में आईआईटी प्रवेश परीक्षा में अच्छा नहीं कर पाने के बाद वात्सल्य ने राजस्थान के कोटा में कोचिंग संस्थान में पढ़ाई की ताकि आईआईटी प्रवेश परीक्षा पास की जा सके।
वात्सल्य के पिता चंद्रकांत सिंह चौहान, ने कहा कि बेटे को कोचिंग कराने के लिए उन्होंने लोन लिया था और अब उनके 20 साल की मेहनत रंग लाई है। उनका सपना सच होने वाला है। उन्होंने कहा, मेरा बेटा विदेश जाने वाला है। मैं चाहता हूं कि वह विदेश में जाकर देश का नाम रौशन करे। चंद्रकांत का कहना है कि अब उन्होंने अपनी बेटी को कोटा में मेडिकल की तैयारी के लिए भेजा है।