लाहौर, पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान मिस्बाह उल हक आने वाले वेस्टइंडीज दौर के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेंगे। क्रिकेट की बाइबल माने जाने वाली दिग्गज पत्रिका-विजडन ने बीते दिनों मिस्बाह को साल के पांच श्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों में शामिल किया है। वेबसाइट के मुताबिक, मिस्बाह ने गुरुवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में इस बात की घोषणा की। वेस्टइंडीज के साथ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 21 अप्रैल से शुरू हो रही है। वेबसाइट ने मिस्बाह के हवाले से लिखा, यह मेरी आखिरी सीरीज होगी।
मैंने इस बात की जानकारी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन को दे दी है। मैं अपने करियर का अंत अच्छा प्रदर्शन करते हुए करना चाहूंगा। उन्होंने कहा, मेरे ऊपर दबाव था। मैं संयुक्त अरब अमीरात में इंग्लैंड के खिलाफ 2015 में खेली गई श्रृंखला के बाद ही संन्यास लेना चाहता था, लेकिन कुछ चीजें थीं जिनके कारण मैं ऐसा नहीं कर पाया, लेकिन कुल मिलाकर यह अच्छा रहा। मैं किसी दवाब में नहीं हूं और न ही किसी ने मुझे इस बारे में कुछ कहा है। उन्होंने कहा, मैंने अपने आप में महसूस किया है कि अब समय हो चुका है।
यह पूरी तरह से मेरा फैसला है। यह कहना कि बोर्ड ने मुझे मजबूर किया और मेरे संन्यास को लेकर बोर्ड और मुझमें समझौता हुआ, यह गलत है। मिस्बाह ने कहा, मैंने वेस्टइंडीज में खेलने के बारे में इसलिए सोचा क्योंकि यह हमारे लिए जरूरी था। हम उनके घर में अभी तक नहीं जीते हैं। मिस्बाह ने कहा, पाकिस्तान के लिए खेलते हुए मेरा सपना था कि हम 2011 और 2015 विश्व कप जीतें, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। सबसे अच्छा पल तब था जब हमने टेस्ट गदा हासिल की थी।
अंतिम दो सीरीज मुश्किल थीं, लेकिन कई बार आप सफल होते हैं और कई बार असफल। पाकिस्तान को टेस्ट में मिली लगातार हारों के बाद मिस्बाह की कप्तानी पर लगातार सवाल उठ रहे थे। पाकिस्तान ने उनकी कप्तानी में ही टेस्ट में नंबर एक टीम का दर्जा हासिल किया था, लेकिन इसके बाद लगातार हार के कारण वह अपनी यह रैंकिंग गंवा बैठा था। पाकिस्तान ने लगातार छह टेस्ट सीरीज गंवाई, जिनमें न्यूजीलैंड के खिलाफ 2-0 और आस्ट्रेलिया के खिलाफ 3-0 से करारी हार शामिल है। वहीं मिस्बाह की फॉर्म में भी गिरावट देखी गई।
मिस्बाह ने न्यूजीलैंड दौरे पर सिर्फ एक मैच खेला था और 44 रन बनाए थे। आस्ट्रेलिया में खेली गई तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में मिस्बाह ने सिर्फ 76 रन बनाए थे। मिस्बाह ने पाकिस्तान के लिए अभी तक 72 टेस्ट मैच खेले हैं और 4,951 रन बनाए हैं। वह पाकिस्तान की तरफ से टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में सातवें नंबर पर हैं। वह पाकिस्तान के सबसे सफल कप्तानों में भी गिने जाते हैं। उन्होंने 53 मैचों में टीम की कप्तानी की है जिसमें 24 में टीम को जीत दिलाई है। वह 2015 में हुए विश्व कप के बाद एकदिवसीय और टी-20 से पहले ही संन्यास ले चुके हैं।