
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 3076.6 अंक अर्थात 4.2 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 76905.51 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 953.2 अंक यानी 4.3 प्रतिशत की तेजी के साथ 23350.40 अंक पर बंद हुआ।
समीक्षाधीन सप्ताह में दिग्गज कंपनियों के मुकाबले बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली की रफ्तार अधिक तेज रही, जिससे बाजार को समग्र रूप से बल मिला। इस दौरान मिडकैप 2768.75 अंक अर्थात 7.1 प्रतिशत की मजबूती के साथ सप्ताहांत पर 41831.57 अंक और स्मॉलकैप 3451.83 अंक यानी 7.9 प्रतिशत की उड़ान भरकर 47296.81 अंक हो गया।
विश्लेषकों के अनुसार, घरेलू बाजार ने लगातार सुधार के साथ सप्ताह का सकारात्मक समापन किया है। जोखिम-मुक्त दरों में संभावित कटौती और डॉलर सूचकांक में सुधार से उभरते बाजारों (ईएम) में निवेश प्रवाह को बढ़ावा मिल रहा है। लगातार बिकवाली करते रहे विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अब फेड रिजर्व के नरम रुख से प्रेरित होकर शुद्ध खरीदार बन रहे हैं।इससे घरेलू बाजार में आशावाद लौट आया है।
वैश्विक व्यापार तनाव और अनिश्चितता के बावजूद, घरेलू मैक्रोइकॉनोमिक संकेतकों में सुधार, उचित मूल्यांकन और संभावित आय वृद्धि निवेशकों को आकर्षक सौदों की तलाश करने के लिए प्रेरित कर रही है।
अगले सप्ताह वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ एफआईआई के रुख पर बाजार की नजर रहेगी। फेड के इस वर्ष ब्याज दरों में दो बार कटौती का अनुमान बरकरार रखने से एफआईआई घरेलू बाजार का रुख कर रहे हैं। फेड की मौद्रिक समीक्षा नीति बैठक के निर्णय के बाद बीते सप्ताह के अंतिम दो दिन एफआईआई ने जमकर लिवाली की है। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बीते सप्ताह केवल दो दिन 20 और 21 मार्च को कुल 10709.5 करोड़ रुपये की लिवाली की है। अगले सप्ताह भी एफआईआई का रुख सकारात्मक बने रहने की उम्मीद है।
बीते सप्ताह बाजार में पांचों दिन तेजी रही। विश्व बाजार की तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत शेयर बाजार की पिछले लगातार पांच दिन की गिरावट सोमवार को थम गई। सेंसेक्स 341.04 अंक की तेजी के साथ 74,169.95 अंक और निफ्टी 111.55 अंक यानी 0.5 प्रतिशत उछलकर 22,508.75 अंक पर बंद हुआ।
चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर बढ़ते आशावाद से विश्व बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत मंगलवार को शेयर बाजार तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स 1131.31 अंक की छलांग लगाकर 75,301.26 अंक और निफ्टी 325.55 अंक की बढ़ोतरी के साथ 22,834.30 अंक हो गया।
विश्व बाजार में गिरावट रहने के बावजूद स्थानीय स्तर पर इंडस्ट्रियल्स, यूटिलिटीज, कैपिटल गुड्स, पावर, रियल्टी और सर्विसेज समेत 17 समूहों में हुई लिवाली की बदौलत बुधवार को शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी रही। सेंसेक्स 147.79 अंक उछलकर 75,449.05 अंक और निफ्टी 73.30 अंक की बढ़ोतरी लेकर 22,907.60 अंक पर पहुंच गया।
फेडरल रिजर्व के इस वर्ष ब्याज दरों में दो बार कटौती के अनुमान को बरकरार रखने से अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट की बदौलत स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली से गुरुवार को शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन उछाल रहा। सेंसेक्स 899.01 अंक की छलांग लगाकर 76,348.06 अंक और निफ्टी 283.05 अंक मजबूत होकर 23,190.65 अंक पर बंद हुआ।
विश्व बाजार में भारी गिरावट के बावजूद स्थानीय स्तर पर चौतरफा लिवाली की बदौलत शुक्रवार को शेयर बाजार में लगातार पांचवें दिन तेजी रही। सेंसेक्स 557.45 अंक की मजबूती के साथ 76,905.51 अंक और निफ्टी 159.75 अंक की तेजी लेकर 23,350.40 अंक पर पहुंच गया।