लखनऊ, राष्ट्रीय लोकदल ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने कई मंत्रियों एवं सांसदों को अनर्गल एवं अमर्यादित बयान देने की छूट दे रखी है, ताकि ये लोग अपने भाषणों से वोटों का ध्रुवीकरण कर सके। रालोद प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने यहां कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कई मंत्रियों एवं सांसदों को अनर्गल एवं अमर्यादित बयान देने की छूट दे रखी है,ताकि ये लोग अपने भाषणों से वोटों का ध्रुवीकरण कर सके। उन्होंने कहा कि हमारा देश विभिन्न धर्मों, जातियों एवं रीति रिवाजों के साथ अनेकों विभिन्नताओं का गुलदस्ता है, जिसमें भारत माता का दिल समाहित है।
पार्टी विशेष के प्रतिनिधि समय -समय पर देश की एकता और अखण्डता पर कुठाराघात करते हैं, जिसकी सार्वजनिक तौर पर निंदा भी की जाती है, परन्तु ऐसे कुचक्र रचने वाले लोग समय के इंतजार में रहते हैं। त्रिवेदी ने कहा कि आगामी विधान सभा चुनावों में केन्द्र सरकार के हठवादी रवैये का जवाब जनता द्वारा दिया जायेगा। इन लोगों को पुनः शाइनिंग इण्डिया जैसा परिणाम मिलेगा, क्योंकि देश का किसान, मजदूर और नौजवान विगत ढाई वर्ष के शासन में अपने को ठगा महसूस कर रहा है उसे लच्छेदार भाषण नहीं बल्कि जमीनी स्तर पर कार्य चाहिए जो नहीं मिला है।
किसानों का कर्जा माफ करने की जगह बड़े-बड़े उद्योगपतियों पर सरकार मेहरबान है और नौजवानों को नौकरी के नाम पर धोखा दिया गया है। प्रवक्ता ने कहा कि नोटबंदी की अव्यवस्था का शिकार होने के फलस्वरूप विगत तीन माह से हजारों कल कारखाने बंद हो गये हैं, जिससे किसानों, मजदूरों को अपने बच्चों का पेट पालने में मुसीबत झेलनी पड़ रही है, फिर भी केंद्र सरकार का ध्यान ऐसे लोगों की तरफ नहीं है।