पटना, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा, शराब पीना और बेचना कोई मौलिक अधिकार नहीं है। उन्होने कहा कि शराबबंदी का प्रभाव हर जगह है और इसे लेकर राष्ट्रव्यापी अभियान के बारे में फिलहाल कोई सोच नहीं है, लेकिन अगर इस मसले को लेकर कहीं से बुलावा आता है तो वह उसे जरूर स्वीकार करेंगे। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमारा द्वारा शराबबंदी के खिलाफ दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि कन्हैया जानकारी के अभाव में कुछ कह गए।कन्हैया ने शराबबंदी को कुछ मामले में ठीक बताया था, लेकिन यह भी कहा था कि पूर्ण शराबबंदी नहीं होनी चाहिए। सभी को मन मुताबिक खाने-पीने का अधिकार है।
उन्होने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ गठजोड़ आज की राजनीतिक आवश्यकता है और देश की अखंडता के लिए जरूरी है। पटना में जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पद को लेकर उनकी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। वह भाजपा के खिलाफ केवल एक संयुक्त गठबंधन चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे की जांच के विषय में कहा कि जांच प्रक्रिया पर केंद्र सरकार कुंडली मारकर बैठी है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, केंद्र सरकार जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? उन्होंने भाजपा पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस पार्टी ने देश को उलझाकर रख दिया है।
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में अरवल से आए एक युवक ने नीतीश कुमार की ओर चप्पल उछाल दी। चप्पल नीतीश के बगल में आकर गिरी। लेकिन मुख्यमंत्री ने सुरक्षाकर्मियों से उस युवक पर कार्रवाई करने से मना किया और उसे पास बुलाकर इसकी वजह पूछी। युवक ने अपना नाम नीतीश बताया और कहा कि वह हिंदू है, वहन पर रोक लगा दी गई है, जिससे वह नाराज है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भी हिंदू हैं, पूजा-पाठ करते हैं। अगलगी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए वहन पर कुछ समय के लिए रोक लगाई गई है, हमेशा के लिए नहीं।