लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि अपने पिता मुलायम सिंह यादव के साथ विश्वासघात के आरोप पर कहा है कि सपा आज भी नेता जी की है। पिता और पुत्र के संबंध नहीं बदलते। मैंने बदले की मंशा से कोई कार्रवाई नहीं की। जो कुछ पार्टी में हुआ वह राजनीतिक परिस्थितियों की वजह से हुआ। उन्होंने कहा कि नेताजी ने खुद मुझसे कहा कि वह चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। वहीं अपने ऊपर लगे अति आत्मविश्वास के आरोप पर अखिलेश ने कहा कि लोगों के बीच रोता हुआ नहीं जाना चाहता। दुःख इतना हुआ कि अब दर्द का एहसास नहीं होता। उन्होंने सपा में पारिवारिक कलह पर कहा कि समय बताएगा कौन किसके साथ है।
उन्होंने कहा कि शिवपाल ने अगर नई पार्टी बनाई तो सपा से उनकी सदस्यता खत्म हो जाएगी। वहीं उन्होंने अमर सिंह के बारे में बात करने से इनकार कर दिया। सपा अध्यक्ष ने कहा कि गठबंधन पर नेता जी की सहमति भी थी और नाराजगी भी। गठबंधन के लिए सपा और कांग्रेस दोनों ने कोशिश की। उन्होंने कहा कि कभी-कभी साइकिल हाथ छोड़कर भी चलाई जाती है।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी से हुए नुकसान की भरपाई जल्दी नहीं होगी। कानून की धज्जियां उड़ाने वाले कानून व्यवस्था की बात कर रहे हैं। केन्द्र ने राज्य में कानून व्यवस्था ठीक करने के लिए पुलिस के आधुनिकीकरण का पैसा रोका। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ में भी अपराध के आंकड़े सामने लाए जाने चाहिये। यूपी में गुण्डाराज के बसपा और भाजपा के आरोप निराधार हैं। सपा के राज में शहरों में 24 घंटे बिजली के झूठे वादे के आरोप पर उन्होंने कहा कि 20 से 25 प्रतिशत जिलों में अंडरग्रांउड वायरिंग हुई है।