नयी दिल्ली , राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में रविवार से पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी का महाकुंभ पेट्रोटेक 2019 का 13वां संस्करण शुरू हो गया। इस तीन दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन स्वागत सत्र को संबोधित करते हुये पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि देश की उर्जा जरूरतों का 55 प्रतिशत तेल एवं गैस क्षेत्र से पूरा होता है। अगले 20 साल में भारत तथा दुनिया में उर्जा की खतप तेजी से बढ़ेगी तथा उसमें तेल एवं गैस क्षेत्र का सबसे बड़ा योगदान होगा।
हालांकि उन्होंने उत्पादन बढ़ाते समय पर्यावरण का ध्यान रखने की भी सलाह दी। प्रधान ने अफगानिस्तान नेपाल और मॉरिशस के तेल एवं गैस मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं भी की। अफगानिस्तान के मंत्री ने बताया कि तापी गैस पाइप लाइन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का अध्ययन किया जा चुका है। इस पर 9ण्9 खरब का निवेश किया जायेगा।
केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में मंगोलिया की सरकारी मंगोल रिफाइनरी ने इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया। इसके तहत ईआईएल मंगोलिया में एक रिफाइनरी लगाने के लिए सलाह सेवा प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। इसमें 90 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं जिनमें कई देशों के पेट्रोलियम मंत्री भी शामिल हैं।