
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कोविड-19 के बाद की सबसे बड़ी एकदिनी 2226.79 अंक अर्थात 2.95 प्रतिशत गिरावट लेकर करीब दस महीने के निचले स्तर 73,137.90 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सेंचज (एनएसई) का निफ्टी 742.85 अंक यानी 3.24 प्रतिशत का गोता लगाकर 22161.60 अंक पर बंद हुआ। दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी जमकर बिकवाली हुई, जिससे मिडकैप 3.46 प्रतिशत लुढ़ककर 39,107.96 अंक और स्मॉलकैप 4.13 प्रतिशत कमजोर रहकर 43,974.36 अंक रह गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 4225 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 3515 में बिकवाली जबकि 570 में लिवाली हुई वहीं 140 में कोई कारोबार नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई की 3036 कंपनियों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2640 में गिरावट जबकि 327 में तेजी रही वहीं 69 में टिकाव रहा।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाने और अन्य देशों की संभावित प्रतिशोधात्मक कार्रवाइयों के चलते वैश्विक स्तर पर व्यापार युद्ध की आशंका गहराने लगी है, जिसके कारण बाजारों में गिरावट दर्ज की गई है। आईटी और धातु जैसे क्षेत्र उच्च मुद्रास्फीति की आशंका और अमेरिका में संभावित मंदी के खतरे के चलते व्यापक बाजार की तुलना में कमजोर प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं, भारत पर इसका समग्र प्रभाव अन्य देशों की तुलना में अपेक्षाकृत सीमित रह सकता है, फिर भी निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। ऐसे वातावरण में रणनीतिक रूप से घरेलू विषयों पर ध्यान केंद्रित करना समझदारी होगी। जैसे-जैसे बाजार स्थिर होता है और अनिश्चितताओं का धुंध छंटती है, इन क्षेत्रों में पुनः प्रवेश के अवसर बन सकते हैं।
बीएसई के सभी 21 समूहों में सुनामी रही। इस दौरान धातु 6.22, रियल्टी 5.69, कमोडिटीज 4.68, सीडी 3.79, ऊर्जा 2.73, एफएमसीजी 1.29, वित्तीय सेवाएं 3.41, हेल्थकेयर 3.09, इंडस्ट्रियल्स 4.57, आईटी 2.92, दूरसंचार 3.30, यूटिलिटीज 2.21, ऑटो 3.77, बैंकिंग 3.37, कैपिटल गुड्स 4.34, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 2.08, तेल एवं गैस 2.81, पावर 2.09, टेक 2.85, सर्विसेज 2.60 और फोकस्ड आईटी समूह के शेयर 2.63 प्रतिशत लुढ़क गए।
विश्व बाजार में भी भारी गिरावट का रुख रहा। इससे ब्रिटेन का एफटीएसई 3.71, जर्मनी का डैक्स 3.73, जापान का निक्केई 7.83, हांगकांग का हैंगसेंग 13.22 और चीन का शंघाई कंपोजिट 7.34 प्रतिशत टूट गया।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 3915 अंक की गिरावट लेकर 71,449.94 अंक पर खुला लेकिन लिवाली होने से थोड़ी देर बाद ही 73,403.99 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंचा। लेकिन, इसके बाद आई बिकवाली के भूचाल में दोपहर से पहले 71,425.01 अंक के निचले स्तर तक लुढ़क गया। अंत में पिछले दिवस के 75,364.69 अंक के मुकाबले 2.95 प्रतिशत का गोता लगाकर 73,137.90 अंक पर आ गया।
इसी तरह निफ्टी भी 1146 अंक लुढ़ककर 21,758.40 अंक पर खुला और सत्र के दौरान 22,254.00 अंक के उच्चतम जबकि 21,743.65 अंक के निचले स्तर पर रहा। अंत में पिछले सत्र के 22,904.45 अंक की तुलना में 3.24 प्रतिशत कमजोर रहकर 22,161.60 अंक पर बंद हुआ।
इस दौरान सेंसेक्स में हिंदुस्तान यूनिलीवर की 0.25 प्रतिशत की बढ़त को छोड़कर अन्य कंपनियों में गिरावट रही। नुकसान उठाने वाली कंपनियों में टाटा स्टील 7.73, एलटी 5.78, टाटा मोटर्स 5.54, कोटक बैंक 4.33, महिंद्रा एंड महिंद्रा 4.11, इंफोसिस 3.75, एक्सिस बैंक 3.72, आईसीआईसीआई बैंक 3.54, एचसीएल टेक 3.27, एचडीएफसी बैंक 3.24, अडानी पोर्ट्स 3.23, रिलायंस 3.20 और भारती एयरटेल 3.18 प्रतिशत शामिल रहीं।
साथ ही बजाज फिनसर्व 2.93, एसबीआई 2.74, टेक महिंद्रा 2.47, सन फार्मा 2.40, अल्ट्रासिम्को 1.82, बजाज फाइनेंस 1.76, टाइटन 1.71, पावरग्रिड 1.51, मारुति 1.34, इंडसइंड बैंक 0.89, आईटीसी 0.85, टीसीएस 0.69, एशियन पेंट 0.63, नेस्ले इंडिया 0.51, जोमैटो 0.43 और एनटीपीसी के शेयर 0.13 प्रतिशत टूट गए।