कुशीनगर, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में वृहद स्तर पर सामूहिक विवाह समारोह में सोमवार को वर -वधू को आर्शीवाद देने पहुंचे मुख्यमंत्री याेगी आदित्यानाथ ने कहा कि सरकार श्रमिक की बेटी का कन्यादान करने यहां आई है। कन्यादान करना मेरे लिए सबसे बड़ा पुण्य का काम है। उन्होंने सरकार की योजनाएं गिनाते हुए कहा कि 2503 जोड़ों का यह विवाह कार्यक्रम विश्व में नया कीर्तिमान बना रहा है
उत्तर प्रदेश श्रम विभाग एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संयुक्त रूप से वृहद सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 2503 जोड़ों की शादी करायी गयी और इन जोड़ों का कन्यादान करने व आशीर्वाद देने मुख्यमंत्री समेत मंत्री और शासन-प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। विवाह मंडप में आचार्य व उपाचार्यों ने मंगल गीतों व वेद मंत्रों के साथ 2503 जोड़ों के विवाह की रस्में पूरी कराई, तो काजी द्वारा मुस्लिम जोड़ों का निकाह कराया गया। आयोजन में मुख्यमंत्री ने जब आशीर्वाद और कन्यादान की बात कही तो करीब पचास हजार लोगों से भरा विवाहोत्सव परिसर तालियों से गूंज उठा ! , जयश्रीराम और हर-हर महादेव के उद्घोष होने लगे। उधर, सांस्कृतिक मंच पर लोक कलाकारों के विवाह गीत सहित गारी से पूरा माहौल मंगलमय हो उठा।
मुख्यमंत्री ने नवविवाहितों को शुुभकामनाएं देेते हुए कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान दिया है, संविधान की यही ताकत है, श्रमिक कन्याओं की शादी में प्रदेश सरकार स्वयं पहुंचकर कन्यादान कर रही है। इससे बड़ा पुण्य का कार्य क्या हो सकता है। सही मायने में समाज के अंतिम पायदान पर बैठे श्रमिकों को लाभ मिल रहा है। कोरोना के दौरान भी हमने निवासी-प्रवासी जो भी श्रमिक थे, हर श्रमिक को भरण-पोषण भत्ता दिया। 54 लाख श्रमिकों के खाते मे भत्ता गया ! बाद में अन्य राज्यों ने भी इस योजना को अंगीकार किया। हमारे गांव में एक कहावत है गांव की बेटी, सबकी बेटी… इसी भावना के साथ हम सभी 2503 कन्याओं के एक साथ सामूहिक विवाह कार्यक्रम से जुड़ रहे हैं, सामूहिकता का अहसास हो रहा है।
बाल विवाह, दहेज की प्रथा को तिलांजलि देकर समाज के प्रत्येक तबके की कन्याओं को सम्मान देने का काम हमारी सरकार कर रही है। प्रदेश सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं से हर तबके के लोगों को जोड़ा गया है। 43 लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास, 2.61 करोड़ शौचालय, 39 हजार ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया। जिन गांवों में बिजली नहीं थी वहां बिजली पहुंचाई गई। यह सरकार श्रमिक की ही नहीं, बल्कि गरीबों की शादी के लिए भी समाज कल्याण विभाग के सहयोग से विवाह समारोह आयोजित कर रही है। इसका पूरा खर्चा भी उठा रही है। इस सहायता से जहां इसमें स्वजातीय विभाग के लोगों को 55 हजार प्रति पुत्री, अंतर्जातीय विवाह को 61 हजार प्रति पुत्री एवं प्रत्येक वर-वधू के उत्साह के लिए 05 हजार धनराशि दी जाती है। वहीं श्रमिकों के सामाजिक सहायता के लिए 02 लाख की आर्थिक सहायता व 05 लाख का बीमा भी किया जाता है। इस तरह के आयोजन से बाल विवाह एवं दहेज जैसी कुप्रथाओं पर रोक लग रही है।इस विवाह कार्यक्रम में देवरिया, महराजगंज, गोरखपुर व कुशीनगर के वैवाहिक जोडे़ सम्मिलित हैं!
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 के पहले स्थिति भयावह थी। दंगे होते थे, अराजकता का वातावरण था, महिला सुरक्षा गंभीर प्रश्न बन गया था। हमारी सरकार जब 2017 में आई तो हमने दंगा, भ्रष्टाचार, अराजकता मुक्त माहौल बनाने काम शुरू किया, आज प्रदेश में शांति का वातावरण है। मिशन शक्ति के तहत महिला सुरक्षा पर काम हुआ। सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास का जो मंत्र है वह चरितार्थ हो रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा 11 शादी के जोड़ों को मंच पर बुलाकर आशीर्वाद दिया गया व सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, विधायक जटाशंकर तिवारी, अतुल सिंह गौ सेवा उपाध्यक्ष, पडरौना नगर पालिका परिषद के चेयरमैन विनय जायसवाल, विधायक पवन केडिया, विधायक गंगा कुशवाहा, जगदीश मिश्र ऊर्फ बाल्टी बाबा, राजेश्वर सिंह उपाधयक्ष उत्तर प्रदेश राज्य बीज निगम, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रेम चंद मिश्रा, एवं महराज
इस कार्यक्रम में जिला धिकारी एस राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी अनुज मलिक , अपर जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल, श्रम अधिकारी मनीष कुमार सिंह, जिला सूचना अधिकारी कृष्ण कुमार, मौजूद रहे।