श्रीनगर के कुछ हिस्सों में और दक्षिण कश्मीर के दो शहरों में कर्फ्यू
August 28, 2016
श्रीनगर, श्रीनगर के कुछ हिस्सों में और दक्षिण कश्मीर के दो शहरों में कर्फ्यू अभी भी लगा हुआ है और शेष घाटी में लोगों के एकत्र होने पर रोक यथावत है जिसकी वजह से घाटी में लगातार 51वें दिन आम जनजीवन अस्तव्यस्त है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर के पांच पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि श्रीनगर के कई इलाकों से आज कर्फ्यू हटा लिया गया। दो दिन पहले ही अलगाववादियों की जुमे की नमाज के बाद पुराने शहर में ईदगाह तक और बादामीबाग छावनी इलाके में सेना के मुख्यालय तक रैली निकालने की योजना को नाकाम करने के लिए पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के दो शहरों पुलवामा और पम्पोर में भी कर्फ्यू जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि शेष घाटी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोगों के एकत्र होने पर रोक है। कश्मीर में कल सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों में कम से कम 25 लोग घायल हो गए। कश्मीर में आठ जुलाई को पुलिस के साथ एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद फैली हिंसा में अब तक 68 लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच, कर्फ्यू, प्रतिबंधों और अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल की वजह से लगातार 51वें दिन भी यहां जनजीवन अस्तव्यस्त है। अधिकारी ने बताया कि दुकानें, निजी कार्यालय, शैक्षिक संस्थाना और पेट्रोल पंप बंद हैं तथा सार्वजनिक वाहन सड़कों पर नहीं चले। उन्होंने बताया कि कफ्र्यू की वजह से सरकारी कार्यालयों और बैंकों में कर्मचारियों की उपस्थिति भी प्रभावित हुई है। पूरी घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवायें भी बंद हैं और प्री.पेड मोबाइल फोन की आउटगोइंग सुविधा भी प्रतिबंधित है। वानी के मारे जाने के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों में नागरिकों की मौत को ले कर अलगाववादी घाटी में आंदोलन कर रहे हैं और उन्होंने एक सितंबर तक के लिए घाटी में हड़ताल का आह्वान किया है। उन्होंने सभी गांवों में और इलाकों में मस्जिद समितियों से लोगों के पास जा कर उनकी जरूरतों के बारे में जानने के लिए कहा है। अलगाववादियों ने अपने साप्ताहिक विरोध कार्यक्रम में इन समितियों से, संघर्ष के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों तथा घायलांे से मुलाकात करने, उनके लिए आवश्यक व्यवस्था एवं सहयोग करने को भी कहा है।