सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश सरकार में सहयोगी दल के कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद का विवादित बयान राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गया है।
संवैधानिक अधिकार रथ यात्रा लेकर निकले डॉ निषाद को प्रतापपुर कमैचा ब्लॉक अंतर्गत मदारडीह में एक महिला ने शिकायती पत्र देकर पुलिस की शिकायत की थी जिस पर मंत्री नाराज हो गए और मंच से उन्होंने कह डाला “ मुझे सब मालूम है कौन फर्जी फंसा रहा है। उसे मैं खत्म करा दूंगा। मैं महिलाओं और गरीबों के लिए पैदा हुआ हूं। मैं यहां ऐसे नहीं पहुंचा हूं, सात दरोगाओं का हाथ-पैर तुड़वाकर उसे गड्ढे में फिकवा कर तब डॉक्टर संजय यहां पहुंचा है। आप लोगों की कमी है आप लोग हमें तुरंत बताते नहीं हो। मैं पांच मिनट में मुख्यमत्री को सूचना दे दूं, पांच मिनट में सही हो जाए। मेरा मोबाइल नम्बर सबके पास है, नहीं है तो नेट से निकाल लो। हमें एसएमएस भेज दो, फोन नहीं करो खाली लिखकर भेज दो हमारे साथ अन्याय हो रहा। मैं किसी पीए से नहीं बतालाता हूं, एक बार डीएम से एसपी को, और पांच मिनट में रिप्लाई नहीं आया तो मुख्यमंत्री के यहां भेज देता हूं।”
मंत्री ने कहा, “ पहले निषादो की कोई आवाज नहीं था। आप बोलने लायक हो गए बोलना एक हथियार है। आवाज एक हथियार है। संविधान से देश चलता है, आपके पुरखों ने देश आजाद कराया है। ” डा निषाद के इस बयान का वीडियो वायरल हुआ तो विपक्ष को भी मुद्दा मिल गया।