संविधान न होता तो यादव परिवार किसी जमींदार के घर गाय चरा रहा होता-मायावती
September 11, 2016
सहारनपुर, बसपा सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सहारनपुर के कॉसमॉस मैदान में रैली के जरिये यूपी सरकार पर सीधे निशाना साधा। प्रदेश में कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर और बिसाहड़ा कांड को नहीं भुलाया जा सकता। मायावती ने कहा कि, गोरक्षा के नाम पर मुस्लिमों और दलितों का तथा आतंकवाद के नाम पर मुस्लिमों का उत्पीड़न हो रहा है।
मायावती ने आजम को बड़बोला मंत्री बताया। मंत्री की बाबा साहब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी पर मुख्यमंत्री की खामोशी बताती है कि यह उनकी शह पर किया गया। मायावती ने बाबा साहब अंबेडकर के प्रति अपमानजनक टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहाकि ऐसा करने वाले लोग भूल जाते हैं कि बाबा साहब ने ही संविधान बनाकर देश में सबको बराबरी से जीने का हक दिया। अगर ऐसा न होता तो यादव परिवार किसी जमीदार के घर गाय चरा रहा होता।
सहारनपुर रैली में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि प्रदेश में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। पूरे प्रदेश में अपराधियों का राज है। यूपी का लॉ एंड आर्डर ऑक्सीजन पर है। इसका सीधा असर विकास पर पड़ रहा है। यह भी कहा कि भाजपा दिल्ली की सुरक्षा संभाल नहीं पा रही है तो यूपी की सुरक्षा क्या खास संभालेगी। दंगों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मायावती ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए हिंदू-मुसलिम के मुद्दे उठा रही हैं। षड़यंत्र के तहत ऐसे लोग ही दंगे कराकर आम लोगों की बर्बादी का नजारा देखते हैं। कांग्रेस भी दंगों का फायदा उठाने में पीछे नहीं है। मुरादाबाद, मेरठ का हाशिमपुरा, मुजफ्फरनगर, बदायुं के दंगे भुलाए नहीं जा सकते। लोगों को साजिश रचने वालों से सावधान रहना चाहिए। हिंदू-मुस्लिम दंगे होते नहीं, कराए जाते हैं। सहारनपुर में उर्दू दरवाजा मुसलिमों को बरगाने के लिए बनाया जा रहा है लेकिन वह बहकावे में नहीं आएगा। मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में ही बाबरी कांड को लेकर दंगे हुए। अयोध्या कांड के दंगों का कांग्रेस सरकार यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाकर रोक सकती थी। सरकार बनने पर बसपा प्रदेश में जंगलराज खत्म करके कानून द्वारा कानून का राज कायम करेगी। गुंडो, बदमाशों और दंगे कराने वालों को अभियान चलाकर जेल में भेजा जाएगा। वही उनकी सही जगह है। माफियाओं और दंबगों द्वारा सरकारी-गैर सरकारी जमीनों पर से अवैध कब्जे मुक्त कराए जाएंगे। सपा सरकार में जिन विभागों के भर्ती आदि में धांधली की शिकायत हो रही है उनकी भी जांच कराई जाएगी। बसपा सरकार युवाओं को फ्री मोबाइल और लैपटाप नहीं देगी बल्कि नगद राशि देंगी ताकि वे अपना कैरियर अपने हिसाब से बना सकें। हाल में ही पार्टी छो़ड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए कहा कि कोई भी नेता अगर पार्टी छोड़ता है तो अकेला जाता है। उसके स्थान पर भीड़ नया नेता तैयार कर लेती है। मायावती ने कहा कि विरोधी दुष्प्रचार कर रहे हैं कि बसपा के टिकट करोड़ों रुपये में बेचे जा रहे हैं। यूपी में पार्टी की हालत खराब है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि दूसरे दल कह रहे हैं कि बसपा की स्थिति प्रदेश में ठीक नहीं है लेकिन अगर ऐसा है तो करोड़ों रुपये के टिकट खरीद कौन रहा है। उन्होंने रुपये लेकर टिकट देने के आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होेंने केंद्र सरकार पर फर्जी ओपिनियन पोल कराके खुद को अधिक नंबर देने का आरोप भी लगाया।
बसपा सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को सहारनपुर के कॉसमॉस मैदान में रैली के जरिये नरेंद्र मोदी सरकार पर सीधे निशाना साधा। प्रदेश में कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर और बिसाहड़ा कांड को नहीं भुलाया जा सकता। मायावती ने कहा कि, गोरक्षा के नाम पर मुस्लिमों और दलितों का तथा आतंकवाद के नाम पर मुस्लिमों का उत्पीड़न हो रहा है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने नरेंद्र मोदी सरकार पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की सरकार बनने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किए वायदे गिनाते हुए उनका हश्र दिखाया। मायावती ने सीधे तौर पर पीएम का नाम लेते हुए इस सरकार को विफल बताया। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार अपने एक भी वायदे पर खरी नहीं उतर सकी। युवाओं को रोजगार नहीं मिला। कृषि, बिजली, स्वास्थ्य सेवाओं में कोई सुधार नहीं हुआ। उल्टा, किसानों की जमीन सस्ते पर खरीदकर पूंजीपतियों को बेच दी गई। उन्होंने कहा कि भाजपा साम्प्रदायिक मुद्दे पर काम करती है। यही कारण है कि 1992 के बाद से यूपी में भाजपा लौटकर नहीं आई। अब केंद्र सरकार भी इसी राह पर चल पड़ी है। उन्होंने कहा कि भाजपा को केंद्र से भी अब हाथ धोना पड़ेगा। मायावती ने दावे के साथ कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनेगी। रैली में भारी भीड़ को देखकर मायावती ने सभी का आभार जताया। मायावती ने उसी मैदान से रैली को संबोधित किया, जहां कुछ दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने सभा संबोधित की थी।