नयी दिल्ली, कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी ने जिम्मेदार विपक्ष के रूप में संसद से सड़क तक जनहित में बखूबी अपनी भूमिका निभाई है और इसी को आधार बनाकर पार्टी इस साल होने वाले विधानसभाओं के चुनावाें तथा 2024 के लोकसभा चुनाव में पूरे आत्मविश्वास के साथ जनता के बीच जाएगी।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी की हर गतिविधि जनता की भावना के अनुकूल रही है और उसने जनहित के मुद्दों पर सरकार को संसद से सड़क तक घेरकर जनता के हित में कदम उठाने को कई बार मजबूर भी किया है। हर आंदोलन में और जनता के हर मुद्दे पर कांग्रेस ने लोगों के साथ खड़े होकर उनका साथ दिया और इससे पार्टी में और अधिक आत्मविश्वास पैदा हुआ है।
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोकतंत्र को बचाए रखने में विपक्ष एक मजबूत तंत्र होता है और कांग्रेस ने संसद में जनता की आवाज बनकर एक मजबूत विपक्ष के रूप में लगातार महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई है। सरकार को संसद में देश हित से जुड़े मुद्दों पर झुकने को मजबूर किया और सड़कों पर उतरकर दुनिया का सबसे बड़ा जन अभियान चलाया। संसद में सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाया है। विपक्षी नेताओं के भाषणों के अंश हटाए हैं, बोलने की आजादी नहीं दी, विपक्ष के मुद्दों को तबज्जो नहीं दी और बड़े बहुमत का फायदा उठाने का हर बार प्रयास किया इसके बावजूद कांग्रेस की आवाज नहीं दबाई जा सकी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ने संसद ही नहीं सड़कों पर उतरकर भी दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया है। संसद तथा संसद के बाहर जनता की आवाज बनी और उनके सवाल उठाए हैं। उदयपुर चिंतन शिविर में भारत जोड़ो यात्रा निकालने का निर्णय लिया तो कुछ ही माह बाद कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पैदल यात्रा की जो देश में जनता से संवाद कर यह दुनिया का सबसे बड़ा जन आंदोलन बना।
उन्होंने पार्टी की गतिविधियों और विपक्षी दल की सफल भूमिका का जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस में लोकतंत्र किस तरह से मजबूत है इसका उदाहरण कांग्रेस अध्यक्ष का सफल चुनाव है जिसमें 9000 प्रतिनिधियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर कांग्रेस अध्यक्ष का सफल निर्वाचन किया। इस चुनाव में सभी वर्गों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और लोकतांत्रिक तरीके से पार्टी के अध्यक्ष का निर्वाचन संपन्न हुआ। इसी तरह से पार्टी ने संसद में विपक्ष की सफल भूमिका निभाई, भारत जोड़ो यात्रा का सफल आयोजन किया जिसमें बड़ी संख्या में लोग जुड़े, रायपुर में महाधिवेशन का आयोजन किया और अब जनता से सीधे संवाद के लिए हाथ से हाथ जोड़ो अभियान पूरे देश में चल रहा है।
उन्होंने कहा कि पार्टी की सरकारों ने छत्तीसगढ़ में न्याय योजना शुरु की, राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना शुरु की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कर्नाटक में जारी भ्रष्टाचार, पेपरलीक और कमीशनखोरी तथा वहां जारी समस्याओं को लेकर बात करनी थी, लेकिन उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बारे में जो बोला वह कर्नाटक के मतदाताओं का अपमान है जिन्होंने उन्हें 50 साल तक चुनकर भेजा और 9000 कांग्रेस प्रतिनिधियों का अनादर है, जिन्होंने श्री खड़गे को अध्यक्ष बनाया है।
प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा सरकार का जबरदस्त बहुमत है, लेकिन कांग्रेस ने संसद में सरकार को कई मुद्दों पर सही दिशा में चलने को मजबूर किया है। यहां तक किसानों को लूटने के लिए बना काला कानून किसानों ने वापस लेने के लिए सरकार पर आंदोलन कर दबाव बनाया लेकिन कांग्रेस किसानों के साथ रही है और सदन में इसको लेकर सरकार को कानून वापस लेने के लिए मजबूर किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संसद ही नहीं सड़कों पर उतरकर भी जनता के मुद्दे उठाए हैं और जनता को उनका हक दिलाया है। उनका कहना था कि काले कृषि कानून हो या सीएए कानून को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन हो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर जनता की आवाज को बुलंद किया और सरकार को जनहित के फैसले लेने के लिए मजबूर किया और यही एक मजबूत तथा जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका होती है।
उन्होंने कहा कि श्री राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का आयोजन उदयपुर चिंतन शिविर के संकल्प के अनुसार किया जो 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होते हुए 3700 किलोमीटर पैदल चलकर जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में पूरी की। इस यात्रा के माध्यम से श्री गांधी ने देश की जनता के आंसू पोंछने का काम किया और उनकी उम्मीद बने। यही वजह है कि देश के लाखों कराड़ों लोग इस यात्रा से जुडे और यह दुनिया का सबसे बड़ा जन संपर्क अभियान बना।
श्रीमती श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस नेता श्री गांधी और पार्टी अध्यक्ष खडगे के नेतृत्व में कांग्रेस ने सरकार से अडानी समूह को लेकर जो सवाल पूछे हैं उन पर मोदी सरकार मौन है। श्री मोदी संसद में लम्बा भाषण देते हैं, लेकिन इस बारे में कुछ नहीं बोलते। इस सरकार का कोई मंत्री अडानी घोटाले को लेकर एक शब्द नहीं बोलता। उनका कहना था कि भले ही सरकार इस महाघोटाले के बारे में चुप्पी साधे हो, लेकिन लोगों के सवालों को कांग्रेस ने बेखौफ होकर उठाया है और एक सफल विपक्ष के रूप में जनता की आवाज बनी है।
उन्होंने कहा कि रायपुर महाधिवेशन में महिलाओं, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों, कमजोर वर्गों, किसान आदि के लिए जो प्रस्ताव पारित हुए हैं वह सामाजिक बराबरी का नया आधार बना है। इसमें बड़ी बात यह है कि उदयपुर संकल्प के अनुसार युवाओं को पार्टी संगठन में तरजीह देते हुए पार्टी संगठन में 50 प्रतिशत सीटें युवाओं को देने का फैसला लिया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि महाधिवेशन में यह भी संकल्प लिया गया है कि पार्टी 2024 के चुनाव में पूरी शिद्दत और आत्मविश्वास के साथ जनता के बीच जाएगी और अपनी उपलब्धियों को गिनाएगी। उनका कहना था कि कांग्रेस सरकार ने 2014 तक कई अभूतपूर्व काम किए हैं और छत्तीसगढ़, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में उसकी सरकार न्याय, पुरानी पेंशन तथा अन्य जनहित के काम कर रही है। इससे जनता का कांग्रेस पर भरोसा बढ़ा है और उसके इस बढ़े विश्वास को देखते हुए कांग्रेस जनता के बीच 2024 के आम चुनाव में वोट मांगने भी जाएगी।
उन्होंने कांग्रेस सरकार के 2004 से 2014 के बीच किये महत्वपूर्ण कार्यों को गिनाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने इस अवधि में 27 करोड़ लोगों को गरीबी की रेखा से बाहर निकालने का काम किया। जनता को भोजन का अधिकार, मनरेगा, शिक्षा का अधिकार देकर जल जंगल की बात की और जनता के हित में हर कदम पर निर्णय लिए हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस फालतू के दावे और जुमले नहीं करती है। पार्टी ने विपक्षी दल के रूप में प्रखरता से सरकार को जन विरोधी फैसले वापस लेने के लिए काम किया है। उससे कांग्रेस के हौसले बढ़े हैं और आने वाले समय में राज्य विधानसभाओं के महत्वपूर्ण चुनावों के बाद आम चुनाव होंगे तो कांग्रेस इन मुद्दों पर जनता के बीच जाएगी और सरकार की नाकामयाबी गिनाएगी।