लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतर कानून व्यवस्था के चलते पिछले पांच सालों में उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनायें प्रबल हुयी है और जनसंख्या घनत्व के मामले में अव्वल यह राज्य सक्षम एवं समर्थ अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है।
अश्वमेधा-एलारा इंडिया डायलॉग-2022 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुये उन्होने कहा कि पांच वर्ष में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। लेबर और इन्वेस्टर रेग्युलेशन में हमारी सरकार ने 500 से अधिक सुधार किए हैं। 40 विभागों के 1400 कंप्लायन्स निरस्त किए गए हैं। निवेश मित्र के माध्यम से 19 विभागों की 353 सेवाओं को ऑनलाइन किया गया है। हमने प्रदेश में ऑनलाइन सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया है। इससे उद्यमियों का प्रदेश में निवेश करना आसान हुआ है।
उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश डिजिटल क्रांति का अग्रदूत है। भारत के कुल मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का 45 प्रतिशत कार्य यहीं होता है। सबसे ज्यादा मोबाइल कंपोनेंट्स प्रदेश में बनाए जाते हैं। डेटा कलेक्शन में भी उत्तर प्रदेश अग्रणी हैं। निवेश बढ़ाने के लिए हम नई औद्योगिक नीति लेकर आ रहे हैं। लैंड बैंक की दिशा में हमने कई सुधार किए हैं। यूपी में वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने के लिए ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बना रहे हैं। प्रदेश में आज 13 एक्सप्रेस वे हैं, जिसमें से 6 पूर्ण हो चुके हैं और 7 विभिन्न चरणों में हैं। उद्योगों के निर्यात केंद्रों के लिए निर्बाध वायु कनेक्टिविटी देने के लिए 25 से अधिक वायु मार्ग विकसित कर रहे हैं। जल मार्ग की दिशा में कार्य करते हुए हमारी सरकार प्रयागराज को हल्दिया से जोड़ रही है।
सीएम योगी ने कहा कि भारत में होने वाले मोबाइल निर्माण में उत्तर प्रदेश की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है। डेटा सेंटर के क्षेत्र में प्रदेश को काफी संख्या में निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। साथ ही फूड प्रोसेसिंग, डेयरी, कपड़ा, लॉजेस्टिक और पर्यटन के क्षेत्र में स्टार्टअप में निवेश को बढ़ाने के लिए एंजल इन्वेस्टर्स और वेंचर कैपिटलिस्ट आगे आ रहे हैं। वैश्विक निवेश को आकर्षित करने के लिए हम जनवरी में प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन करने जा रहे हैं।
उन्होने कहा कि हमारा प्रदेश सक्षम एवं समर्थ अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर की बनाने का लक्ष्य रखा। देश की आबादी का सबसे बड़ा राज्य होने के कारण उत्तर प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। इस दिशा में नियोजित कार्य करते हुए हमने 2027 तक प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
श्री योगी ने कहा कि आईआईटी कानपुर, आईआईटी बीएचयू और आईआईएम लखनऊ जैसी शैक्षणिक संस्थाएं प्रदेश में नवाचार को बढ़ा रही हैं। भारत सरकार ने स्टार्टअप के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को अग्रणी राज्य घोषित किया है। उन्होंने कहा कि यूपी 25 करोड़ की आबादी का राज्य है। जिसमें 56 प्रतिशत आयु वर्ग कामकाजी है। 2017-2022 तक उत्तर प्रदेश में तीन लाख 44 हजार करोड़ की परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर 15 लाख 52 हजार रोजगार सृजित हुए हैं।